बैंकमित्र किसानों ,मजदूरों और दुकानदारों का लाखो रुपया हड़पकर हुआ फरार
अमित गुप्ता
उरई जालौन
उरई/जालौन - वैंक मित्र से पीड़ित आधा दर्जन के करीब सिहारीदाऊद के ग्रामीण पुलिस अधीक्षक के दपत्तर अपनी अलग -अलग शिकायत लेकर पहुँचे।पीड़ितों का आरोप है कि गाँव का ही धीरज सिंह,पुत्र फूल सिंह गाँव मे ही जनसेवा केन्द्र, फिनो पेमेन्ट वैंक सहित अन्य बैंकों का बैंक मित्र है।जिसने ग्रामीण मजदूरों,किसानों एवं दुकानदारों के लाखों रुपये हड़प लिए और फर्जी गुमसुदी की कोतवाली में तहरीर देकर गांव से फरार हो गया है।
पीड़ित राघवेंद्र सिंह पुत्र भगवती शरण कुशवाहा ,भूरी देवी पत्नी राजू कुशवाहा,अभिताभ पुत्र बच्चा लाल आदि निवासीगड़ो ने अलग - अलग पुलिस अधीक्षक ई-रज राजा को शिकायती पत्र सौंपा।एसपी ने पीड़ितों की शिकायत सुनते ही सीओ जालौन को जाँच के आदेश दिए और दोषी पाए जाने पर गिरफ्तारी मामला दर्ज कार्यवाही के संकेत दिए।पीड़ितों को पुलिस अधीक्षक ने सीओ जालौन कार्यालय भेजे। सीओ जालौन ने बैंक मित्र धीरज सिंह कुशवाहा व नीरज कुशवाहा पुत्र फूल सिंह निवासी ग्राम सिहारी थाना कोतवाली जालौन के सम्बंध में उक्त पीड़ितों से पूंछताछ की और उन्हें न्याय का भरोसा दिया।पीड़ित राघवेन्द्र कुशवाहा ने बताया मैं दूध डेयरी एवं कृषि आदि कार्य करता हूँ। जिससे मैने 10 लाख57 हजार 990 रुपये कमाए थे।उक्त राशि बैंक मित्र ने जमा कराई ।जिसमे मात्र 1 लाख 36 हजार रुपया ही वापिस मिला ।अवशेष राशि अबतक नही मिली ।बैंक मित्र ने उक्त राशि की अलग अलग नम्बरो की चैक्स एच0डी0एफ0सी0 बैंक की दी जो सभी चैक बाउंस हो गई।इसी तरह भूरी देवी का 3 लाख रुपया और अभिताभ का 54000 हजार रुपाया बैंक मित्र हड़प कर गांव से फर्जी पुलिस को गुमसुदी देकर फरार हो गया है।पीड़ितों ने उच्च अधिकारियों से उक्त अभियुक्त की गिरफ्तारी कर धन वापिसी की आशा जताई और न्याय मंगा।साथ ही बैंक मित्र को गिरफ्तार कर जेल भेजने की भी मांग की।पीड़ितों ने एसपी ही नही डीआईजी झाँसी मण्डल झाँसी,आइजी जोंन कानपुर,और मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ तथा मानवाधिकार आयोग लखनऊ को पत्राचार कर गिरफ्तारी करने के साथ धन वापिसी की मांग की है।
आरोप - वैंक मित्र ने खरीदी जमीन और करने लगा प्रोपट्री डीलर का काम
उरई पीड़ित राघवेन्द्र कुशवाहा ,भूरी देवी,अभिताभ निवासी सिहारीदाऊदपुर आदि ने यह एक बड़ा आरोप भी लगाया की बैंक मित्र अपने भाई का सहयोग कर जमीन खरीदी है और प्रोपर्टी डीलर का काम शुरू कर दिया है।वह पुलिस को गुमराह कर गाँव मे न रहकर शहर उरई में कहि अपना आश्याना बनाकर प्लाटिंग का काम कर रहा है।हम लोगो का पैसा लौटने की उसकी नियत नही दिख रही है।
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