जनपद में नौ सितम्बर से ढूँढे जायेंगे टीबी के मरीज
रायबरेली, 5 सितम्बर 2024 घरों में छुपे हुए क्षय(टीबी) रोगियों को खोजने के लिए जनपद में नौ से 20 सितम्बर तक सक्रिय टीबी रोगी खोजी(एसीएफ) अभियान चलेगा | इसी क्रम में बृहस्पतिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में प्रेस वार्ता आयोजित हुयी |
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि इस अभियान के तहत जनपद की कुल 20 फीसद आबादी अच्छादित किये जाने का लक्ष्य है | जनपद की कुल आबादी है –34.50 लाख , इसका 20 फीसद यानि लगभग सात लाख की जनसँख्या को आच्छादित किया जायेगा |
एसीएफ ग्रामीण एवं शहरी बस्ती सहित उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों जैसे मलिन बस्ती, अनाथालय, वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, बाल गृह, कारागार, बाल संरक्षण गृह, साप्ताहिक बाजार, खदानों, स्टोन क्रशर, ईंट भट्टे आदि में चलेगा |
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आनुपम सिंह ने बताया कि इस अभियान को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए 276 टीमें लगायी गई है | हर टीम में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा कम्युनिटी वालंटियर रहेंगे | टीमें घर-घर जाकर लक्षणों के आधार पर टीबी के संभावित रोगियों की पहचान करेंगी | टीबी के लक्षण हैं – दो सप्ताह से अधिक खांसी और बुखार होना, बलगम में खून आना, भूख कम लगना, वजन का लगातार गिरना, रात में पसीना आना और गले में गाँठ होना |
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी डी.एस.अस्थाना ने बताया कि संभावित टीबी मरीज की बलगम की जाँच के बाद टीबी की पुष्टि होने पर 72 घंटे के भीतर उसकी दवा के प्रति संवेदनशीलता की जाँच, डायबिटीज और एचआईवी की जाँच की जाएगी और बैंक डिटेल सहित सारा विवरण निक्षय पोर्टल पर भरा जायेगा और उसका टीबी का इलाज शुरू कर दिया जायेगा |
पिछले साल चले एसीएफ में 2800 संभावित टीबी मरीजों की जाँच की गयी थी जिसके सापेक्ष 96 लोगों में टीबी की पुष्टि हुयी |
इस मौके पर समस्त एनटीईपी जिला समन्वयक, एसटीएस एवं जिला छह रोग केंद्र का स्टाफ उपस्थित रहा|
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