प्राइवेट अस्पताल में इलाज से पहले जांचें डिग्री और सुविधाएं
जिला संवाददाता
अमित गुप्ता
उरई जालौन
उरई (जालौन) जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी एन डी शर्मा ने जिले के लोगों से प्राइवेट अस्पतालों में इलाज से पहले सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में कई मानक विहीन और फर्जी डिग्री धारक डॉक्टर अस्पतालों का संचालन कर रहे हैं, जिससे मरीजों की जान को गंभीर खतरा हो सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इलाज के दौरान किसी भी प्राइवेट अस्पताल में जाने से पहले मरीजों और उनके परिजनों को यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि अस्पताल में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं और वहां इलाज कर रहे डॉक्टर के पास मान्यता प्राप्त डिग्री है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि मरीजों को इलाज के लिए किसी ऐसे अस्पताल में भर्ती नहीं होना चाहिए जहां डॉक्टरों की योग्यता संदिग्ध हो या आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं का अभाव हो। उन्होंने बताया कि जिले में ऐसे अस्पताल तेजी से बढ़ रहे हैं जो बिना मानक और सही योग्यता के चलाए जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि इलाज के नाम पर धोखाधड़ी से बचने के लिए हमेशा सरकारी अस्पताल का विकल्प चुनें।
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आशा बहुओं और दलालों से सावधान रहने की सलाह
उरई (जालौन)। मुख्य चिकित्सा अधिकारी एन डी शर्मा ने यह भी बताया कि जिले में एक नया ट्रेंड सामने आ रहा है, जहां प्राइवेट नर्सिंग होम और फर्जी अस्पताल गांवों की आशा बहुओं से संपर्क कर उन्हें कमीशन देने का लालच देकर मरीजों को अपने अस्पताल में भेजने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने लोगों को चेतावनी दी कि यदि आशा बहू किसी प्राइवेट नर्सिंग होम में इलाज कराने की सलाह दे, तो उसकी बात को नजरअंदाज कर सरकारी अस्पताल में ही इलाज करवाएं।
उन्होंने यह भी कहा कि आशा बहुओं को इस तरह के फर्जी अस्पतालों और नर्सिंग होम से मुनाफा होता है, लेकिन इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है। कई बार ऐसे अस्पतालों में उचित इलाज नहीं मिल पाता है और मरीज की हालत बिगड़ जाती है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लोगों से ऐसे दलालों और फर्जी अस्पतालों के जाल में फंसने से बचने की अपील की है।
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सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का करें उपयोग
उरई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी एन डी शर्मा ने कहा कि सरकार की ओर से कई योजनाओं के तहत मुफ्त और उचित इलाज की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसलिए मरीजों को इन सुविधाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनपद जालौन में सरकारी अस्पतालों की सेवाएं बेहतर हैं और वहां योग्य डॉक्टर एवं सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। लोगों को अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए हमेशा सरकारी अस्पतालों को प्राथमिकता देनी चाहिए।मुख्य चिकित्सा अधिकारी की इस अपील का उद्देश्य लोगों को फर्जी अस्पतालों और डॉक्टरों से सावधान करना है, ताकि वे अपनी स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में कोई गलती न करें और सुरक्षित रहें।
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