उप जिलाधिकारी ने अवैध लकड़ी से भरा डीसीएम पकड़ा
कोंच (जालौन)- नदीगांव के बीहड़ काटे जा रहे है उनके पेड़ो की लकड़ियां दूर दराज भेजी जा रही है इस काम में पुलिस के साथ साथ वन विभाग के अधिकारी भी आंखे बंद किये हुए है एसडीएम ने जंगल से काटी हुई लकड़ियां मुरादाबाद ले जाते हुए एक डीसीएम को पकड़ा और वन विभाग के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कार्रवाई के लिए उनके सुपुर्द कर दिया गया।
बीहड़ से डकैत क्या कम हुए की जंगलों को काटना शुरू हो गया नदीगांव के जंगलों में सर्वाधिक संख्या बबूल और बांस के पेड़ों की है बांस का जंगल चूंकि बहुत ही घना है देशी बबूल की कटाई आसानी से हो जाती है और बाजार में इनका मूल्य भी अच्छा मिला करता है चूंकि यह इलाका कृषि प्रधान है यहां रवी और खरीब की फसल हुआ करती है लेकिन बबूल को कोई भी किसान अपने खेत में नही उगाता यह अलग बात है कि खेत की मेड़ पर कोई कोई किसान देशी बबूल के पेड़ अवश्य लगा दिया करते है एसडीएम ज्योति सिंह द्वारा शनिवार को जो बबूल की लकड़ी से लदा हुआ डीसीएम पकड़ा वन विभाग के अधिकारी उसे किसान के खेतों में बबूल बताकर उसे रफा दफा करने में लग गए चूंकि सरकार ने बबूल को प्रतिबंधित पेड़ो की सूची हटा दिया है लेकिन इसकी लकड़ी बाहर ले जाने को मना किया है एसडीएम ज्योति सिंह जब नदीगांव से लौट रही ही तब उन्हें दूर खेतो में बबूल की लकड़ी लदान करते हुए कुछ लोग दिखाई दिए और जब वह वहां पहुँची और जानकारी ली तो बबूल की लकड़ी से लद रहा डीसीएम मुरादाबाद जा रहा था उसका चालक भी मुरादाबाद का था उसने माना भी था कि वह यहां के ठेकेदारों के द्वारा कई बार यहां से लकड़ी ले जा चुका है एसडीएम ने वन विभाग के अधिकारियों को बरामद लकड़ी की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के कड़े निर्देश दिए वन विभाग के वन रक्षक दुर्गेश कुमार तिवारी का कहना है कि बरामद बबूल की लकड़ी की जांच की जा रही है जिन किसानों से लकड़ी खरीदी गई उनके खेतों के खसरे तलाशे जा रहे है जांच उपरांत ही कार्रवाई हो सकेंगी।
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