नकली खाद कांड - आठ हजार खाली बोरियां आरोपित खाद भंडार पर मिली, पुलिस बनी चकर घिन्नी
कोंच (जालौन)- एक बोरी असली डीएपी से पांच बोरी नकली डीएपी तैयार कराई जाती थी। उसमें जिप्सम खनिज पदार्थ मिला होता था। इस मिलावट वाली खाद फिर असली दिखाने के लिए कृभको की डीएपी प्रिंटेड खाली बोरी में उसे भरा कर सिल दिया जाता था। बोरी सिलने के लिए सिलाई मशीन तक खाद भंडार संचालक के पास मिली थी। आरोपित के पास गोदाम में आठ हजार खाली बोरी मिली थीं, इतनी बोरियों का जखीरा वह कहां से लाता था अभी इसका राज खुलना बाकी है। पुलिस नकली खाद कांड के मुख्य आरोपित को पकड़ने के लिए कई संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दे रही है लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है मुख्य आरोपित जब पकड़ में आएगा तभी प्रिंटिंड खाली डीएपी की बोरियों का राज भी खुल पायेगा वर्षो से नदीगांव में फल फूल रहे इस नकली खाद के व्यापार में इतनी बड़ी संख्या में इफको प्रिंटिंड डीएपी की खाली बोरिया मिलने पर विभागीय अधिकारियों के साथ साथ पुलिस भी संदेह के दायरे में है क्योंकि प्रिंटिंड डीएपी बोरिया कही न कही से सड़क के रास्ते आरोपित के गोदाम तक लगातार पहुचाई जा रही थी य फिर कही आरोपित बोरियों को प्रिंट करवा रहा था क्योंकि बाजार में इफको लिखी हुई डीएपी की बोरियां मिलती नही है और न ही किसान खाली हुई बोरियों को बेचा करता है खाद्य केंद्र से जो किसान खाली बोरियों को लेकर जाता है वह उन बोरियों को घरेलू एवं कृषि के काम काज में प्रयोग कर लिया करता है इसलिए खाली बोरियां वह भी कृभको प्रिंटिंड बड़ी मात्रा में मिलना दर्शाता है कि नकली खाद व्यापार से जुड़ा आरोपित की पहुच कितनी लम्बी थी कि अभी तक कृषि विभाग और पुलिस के साथ साथ एलआईयू के अधिकारियों को इस अबैध व्यापार की भनक तक नही लगी घटना पांच दिन बीत जाने के बाद भी आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर है हालांकि पुलिस लगातार उसके संदिग्ध ठिकानों पर छापा मारकर उसे तलाश रही है नदीगांव में आरोपित के जिस गोदाम पर नकली खाद बरामद हुई थी वहां पर अधिकारियों को इफको एवं कृभको के डीएपी प्रिंटिंड 3 हजार बोरियां एवं 5 हजार अन्य खाली बोरियां कुल मिलाकर 8 हजार बोरी नदीगांव के ही गोदाम पर मिली थी यह बोरी वहां कैसे पहुँची इसका पता चलना बांकी है।
""थानाध्यक्ष दिव्य प्रकाश तिवारी कहते है* नदीगांव में आरोपित के गोदाम पर डीएपी प्रिंटिंड खाली बोरियों कही बाहर से आयी होंगी क्योंकि नदीगांव क्षेत्र में बोरियां प्रिंट करने का कोई भी कारखाना य मशीन नही लगी है
*अपर जिला कृषि अधिकारी पुष्कर दीक्षित का कहना है कि नकली खाद पकड़ने जाने की एफआईआर दर्ज करा दी गयी है अब पुलिस इस पूरे मामले को देख रही है डीएपी प्रिंटिंड इफको कृभको की बोरियां कहा से आई इसकी जांच चल रही है।
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