एसडीएम व अधीक्षक को चैंकिंग अभियान में मिले 2 मानक विहीन क्लीनिक

दोनों क्लिनिको को बंद करने का हुआ फरमान जारी
कालपी जालौन उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश के मुताबिक एसडीम मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में चिकित्सा अधिकारियों की टीम के द्वारा निजी क्लीनिको की औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान पंजीकरण एवं डिग्री के महत्वपूर्ण कागजात प्रस्तुत न कर पाने के कारण दो प्राइवेट क्लनिको को बंद करने का निर्देश दिया गया।
सोमवार को उपजिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कालपी के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर दिनेश गुप्ता में विभागीय कर्मचारियों के द्वारा सुबह साढ़े दस बजे टरनंनगंज बाजार में स्थित एक एक प्राइवेट क्लीनिक का औचक निरीक्षण किया। अधिकारियों ने क्लीनिक संचालक से विभाग के द्वारा निर्गत पंजीकरण सर्टिफिकेट तथा चिकित्सक एवं फार्मासिस्टों की डिग्री को तलब किया। क्लीनिक संचालक उक्त दोनों महत्वपूर्ण कागजात टीम को प्रस्तुत नहीं कर सके। इसी क्रम में अधिकारियों ने कागजीपुरा पचपिडा देवी रोड में स्थित एक प्राइवेट क्लीनिक में चेकिंग की। चेकिंग के दौरान क्लीनिक संचालक डिग्री तथा रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट प्रस्तुत नहीं कर सके। महत्वपूर्ण कागजात न होने पर अधिकारियों ने प्राइवेट क्लीनिक को बंद करने का फरमान जारी कर दिया। उप जिलाधिकारी ने कहा कि शासन स्तर से मानकविहीन क्लीनिको तथा झोलाछाप डॉक्टरों के क्रियाकलापों पर रोक लगाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में कालपी में भी अभियान चलाया गया। चिकत्सा अधीक्षक डॉक्टर दिनेश गुप्ता ने बताया कि शासन के निर्देश के अनुरूप नियमानुसार तथा मानक के मुताबिक अपने-अपने क्लीनिको का संचालन करें। तथा मरीजों को उचित तरीके से इलाज करें। बिना डिग्री के झोलाछाप डॉक्टरो के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह चेकिंग अभियान निरंतर चलता रहेगा। इस दौरान रामजीवन गुप्ता समेत स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की मौजूदगी रही।
फोटो - प्राइवेट क्लीनिको की चैकिंग करते एसडीएम तथा चिकित्सा अधीक्षक
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