यमुना नदी में रिवर रैंचिंग कार्यक्रम का हुआ शुभारम्भ
कालपी जालौन गुरुवार को प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना -2025 के तहत एसडीएम मनोज कुमार सिंह की मौजूदगी में क्षेत्रीय विधायक विनोद चतुर्वेदी द्वारा रिवर रैचिंग जन जागरूकता कार्यक्रम का उदघाटन किया गया।
स्थानीय नगर में स्थित पीला घाट यमुना नदी पर प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत आयोजित रिवर रैंचिंग जन-जागरूकता कार्यक्रम के उद्घाटन उदघाटन अवसर पर विधायक ने प्रदेश सरकार के द्वारा चलाई जा रही जनहित कारी योजनाओं की जानकारी दी। इस कार्यक्रम में यमुना नदी में 2 लाख भारतीय मूल की मेजर कार्प मत्स्य बीज (रोहू, कतला तथा नैन), आकार लगभग 80–100 एमएम, का संचय किया गया।
कार्यक्रम में मत्स्य सहायक निदेशक गिरीश त्रिपाठी ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का मूल उद्देश्य नदियों में मत्स्य संसाधनों का पुनरुद्धार करना है, ताकि पारंपरिक मछली पकड़ने की पद्धतियों को संरक्षित किया जा सके और मछुआ समुदाय की आजीविका मजबूत हो सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि रिवर रैंचिंग (नदी में मछली के बीज का पुनः संचालन) नदी की पारिस्थितिकीय प्रणाली के संरक्षण में एक “बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया” है।
विभागीय अधिकारियों ने योजना के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि नदियों में मत्स्य जीवन को बढ़ाना सिर्फ मछली उत्पादन की दृष्टि से नहीं, बल्कि जैव-विविधता और जल-पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने के लिए भी जरूरी है। सहायक निदेशक ने कहा कि इस तरह के जन-जागरूकता और संचय कार्यक्रम पूरे जिले में हर जगह नियमित रूप से आयोजित किया जा रहे है ताकि मत्स्य विकास की पहल को निरंतर गति मिल सके। वही विभागीय लोगों द्वारा कुछ मत्स्य बीजों को कोतवाली स्थित तालाब में भी संचय कराया गया। और कहा कि संचय किए गए बीजों की भविष्य में जीवित रहने की दर और वृद्धि को सक्रियता से निगरानी करना अति आवश्यक है।
मत्स्य संचय कार्यक्रम में राजीव कुमार, (वरिष्ठ सहायक) महिंद्र कुमार, हनीफ खां , छेदीलाल , रामकुमार, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
फोटो - यमुना तट में विधायक, एसडीएम तथा विभागीय अधिकारी
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