मौसम के परिवर्तन की वजह से बुखार पीड़ित मरीजों की संख्या में हुई भारी वृद्धि
अमित गुप्ता
संवाददाता
कालपी/जालौन मौसम के परिवर्तन की वजह से कालपी में बुखार पीड़ित मरीजों की संख्या में भारी वृद्धि होने लगी है। बुखार से बचाव के लिए डॉक्टर के द्वारा नागरिकों को जानकारियां देकर सतर्कता बरतने की हिदायत दी है।
विदित हो कि बरसात एवं सावन के महीने की शुरुआत में बारिश तो हुई है लेकिन पिछले दो सप्ताह से पानी न बरसाने तथा तेज धूप निकल आने से मौसम में बदला हुआ है। मौसम के परिवर्तन की वजह से बुखार आने से भारी तादात में नागरिकों को चपेट में ले लिया है। सरकारी तथा निजी अस्पतालों में बुखार पीड़ित रोगियों की संख्या बढ़ गई है। गनीमत है कि अभी तक डेंगू बुखार पीड़ित कोई भी मरीज फिलहाल नहीं निकला है। चिकित्सा डॉ. शेख सहरियार ने बताया कि मौसम परिवर्तन की वजह से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कालपी ने बुखार पीड़ित मरीजों की तादाद बढ़ रही है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कालपी क्षेत्र के अभी भी तक कोई भी रोजी में डेंगू बुखार के लक्षण नहीं पाए गए हैं। लेकिन इसके बावजूद भी चिकित्सालय में मरीज को भर्ती करने के लिए वार्ड स्थापित है। उन्होंने विभिन्न प्रकार की जानकारियां देते हुए कहा कि रात में सोते वक्त मच्छरदानी का प्रयोग करें, अपने घर या प्रतिष्ठा के आसपास नाले नालियों में साफ या गंदा पानी एकत्रित न होने दें। कूलर के पानी को बदलते रहे तथा कूलर की सफाई करें। मच्छर रोधी दवाई का इस्तेमाल करते रहें बुखार चेक करने पर डॉक्टर से सलाह लेकर इलाज कराए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें हैं। उन्होंने कहा कि पुराना पानी का इकट्ठा होने से मच्छर पनपने लगते हैं। यही मच्छर मानव शरीर में काट लेते हैं तथा बुखार आने लगता है। इसके बचाव के लिए सतर्कता की बहुत जरूरत है। चिकित्सा के मुताबिक ओपीडी तथा इमरजेंसी के वक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कालपी में मरीज बहुत अधिक आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि बुखार की दवाइयां के पूरा स्टॉक मौजूद है।
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