जिलाधिकारी की अध्यक्षता में वृक्षारोपण समिति की बैठक हुई संपन्न
जिला संवाददाता के 0 के श्रीवास्तव जालौन
उरई जालौन जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति व जिला गंगा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। जिला वृक्षारोपण समिति की समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि जिन विभागों की अनुपालन आख्या अप्राप्त है, वह जल्द ही अनुपालन आख्या प्रभागीय वनाधिकारी को उपलब्ध कराए, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने कहा कि पौध रोपण हेतु वन भूमि, सामुदायिक भूमि व अन्य राजकीय भूमि की सीमित उपलब्धता के दृष्टिगत कृषि एवं अन्य निजी भूमि पर भी कृषि वानिकी मॉडल तथा कृषकों की इच्छा अनुसार सम्बन्धित विभागों द्वारा प्रजाति के पौधों का रोपण कराया जाये। उन्होंने कहा कि जनपद में नदियों के साथ-साथ अन्य मुख्य नदियों एवं पोषक जल धाराओं के पुरूद्धार हेतु उनके किनारे वृक्षारोपण तथा अन्य भूमि संरक्षक कार्य कराया जाये। नदियों के पुरूद्धार हेतु पोषक वेटलैण्ड के किनारे भी वृक्षारोपण कार्य कराया जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ग्राम सभा की चारागाह भूमि एवं जनपद में स्थापित गौवंश शेल्टर में उपलब्ध रिक्त भूमि पर चारा प्रजाति का रोपण प्राथमिकता के आधार पर किया जाये इसमें किसी भी प्रकार शिथिलता एवं लापरवाही बरतने पर सम्बन्धित के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में वायु प्रदूषण को कम करने तथा जलवायु परिर्वन को नियंत्रित करने हेतु घने वन/मियांवाकी पद्धति से स्थापित किया जाये। जिला गंगा समिति की समीक्षा के दौरान उन्होंने अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका उरई, कालपी, जालौन एवं कोंच को नदियों से मिलने वाली सीवर लाइन का डी०पी०आर० तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि अधिशाषी अभियंता वेतवा नहर प्रखंड प्रथम, द्वितीय एवं अधिशाषी अभियंता जल निगम व नगर पालिका कालपी, जालौन, उरई व कोंच सीवेज अपशिष्ट के निस्तारण हेतु एस०टी०पी०(स्वेग ट्रीटमेंट प्लांट) प्रस्तावित कर डी०पी०आर० तैयार कर राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन भेजना सुनिश्चित करे। उन्होंने जनपद के समस्त नालो की मैपिंग/सर्वे कराने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्दशित किया कि जनपद में कुल कितने ठोस अपशिष्ट उत्पन्न होता है और उसका निस्तारण किस प्रकार किया जा रहा है इसकी रिपोर्ट अतिशीघ्र ही प्रभागीय वनाधिकारी को उपलब्ध कराए। पर्यावरण समिति की समीक्षा के दौरान उन्होने निर्देशित किया कि जनपद से प्रवाहित होने वाली गंगा की सहायक नदी यमुना व बेतवा को प्रदूषित करने वाले समस्त कारकों को चिन्हित कर उनको दूर करने के उपाय एवं नियमित जल परीक्षण करना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि जनपद में समस्त सरकारी अस्पताल एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में बायो मेडिकल वेस्ट का नियमानुसार सुव्यवस्थित रूप से निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उन्होने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क के किनारे एकत्रित धूल को उड़ने से रोकने हेतु सड़क की पटरियां पर इंटरलाॅकिंग, खडं़जा लगाने की एवं उसके किनारे वृक्षारोपण की प्रगति, नाला निर्माण आदि का कार्य कराने हेतु सड़कों का चिन्हीकरण कर कार्यवाही करें। उन्होंने जिला खान अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में कुल कितने लाइसेंस युक्त खनन चल रहे है कुल कितने क्षेत्रफल में खनन गतिविधियां चल रही है, वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल कितने अवैध खनन मामले दृष्टिगत हुए है इसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराए। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी से जनपद में 50 वेड से अधिक क्षमता वाले स्वास्थ्य केंद्र जैसे जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में ई०टी०पी० स्थापित होने की अद्यतन स्थिति के बारे में जानकारी की।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी भीमजी उपाध्याय, प्रभागीय वनाधिकारी प्रदीप कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एन0डी0 शर्मा, परियोजना निदेशक शिवाकांत द्विवेदी, श्रम उपायुक्त अवधेश दीक्षित आदि संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
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