जिला कारागार में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन
अमित गुप्ता
उरई जालौन
उरई(जालौन) जिला विधिक सेवा प्राधिकारण अध्यक्ष जनपद न्यायाधीश लल्लू सिंह के निर्देशानुसार सचिव, अपर जिला जज, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महेन्द्र कुमार रावत द्वारा आज जिला कारागार उरई में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में उपस्थित महिला बन्दियों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गयी। सर्वप्रथम जिला कारागार उरई के महिला बैरक में प्रवेश करने पर समस्त महिला बन्दियों द्वारा सचिव, अपर जिला जज, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महेन्द्र कुमार रावत का स्वागतगीत गाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये सचिव, अपर जिला जज, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महेन्द्र कुमार रावत द्वारा बताया गया कि सर्वाइकल कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा के स्तर में असामान्य कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि है। गर्भाशय ग्रीवा महिला प्रजनन प्रणाली का हिस्सा है और गर्भ के निचले हिस्से में स्थित है। इस कैंसर को बच्चेदानी के कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी बीमारी के लक्षण होने पर तत्काल किसी योग्य स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिये।जिला महिला चिकित्सालय उरई से स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सागर कपूर ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर सभी कैंसरों में चौथे स्थान पर है और वर्तमान में इस बीमारी से हर 2 मिनट में एक महिला की जान चली जाती है। यह 42 देशों में महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौतों का प्रमुख कारण है। प्रारंभिक चरण में शल्य चिकित्सा स्थानीय उच्छेदन सहित तथा रसायन चिकित्सा व रोग के उन्नत चरणों में विकिरण चिकित्सा, पैप स्मीयर परीक्षण से संभावित कैंसर पूर्व परिवर्तनों की पहचान की जा सकती है। उच्च कोटि के परिवर्तनों का उपचार कैंसर के विकास को रोक सकता है। विकसित देशों में गर्भाशय ग्रीवा परीक्षणों के व्यापक उपयोग के कारण 50 प्रतिशत या अधिक मात्रा में आक्रामक गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के मामलों में कमी आई है।
कार्यक्रम के उपरान्त विचाराधीन बन्दियों की समस्याओं के निराकरण हेतु और उनको विधिक सहायता पहुंचाने के लिये सचिव/अपर जिला जज, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री महेन्द्र कुमार रावत ने जिला कारागार उरई की सभी बैरिकों का निरीक्षण किया। वहां निरूद्ध विचाराधीन बन्दियों से वार्ता की और उनकी समस्याओं के निराकरण हेतु एवं पर्याप्त साफ-सफाई हेतु जिला कारागार प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इस अवसर पर जेल अधीक्षक नीरज देव, चिकित्साधिकारी डॉ0 राहुल वर्मन, उपकारापाल अमर सिंह, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जालौन के कनिष्ठ लिपिक शुभम् शुक्ला समेत सिद्धदोष, विचाराधीन बन्दी उपस्थित रहे।
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