पंचनद धाम क्षेत्र में देवालयों में नवरात्र के प्रथम दिवस पर श्रद्धालुओं की जुटी भीड़
वीरेंद्र सिंह सेंगर
पंचनद धाम जालौन:- पांच पवित्र यमुना-चंबल सिंध पहूज और क्वांरी नदियों के पवित्र महासंगम पंचनद धाम तीर्थ क्षेत्र में स्थित सभी देवालयों विशेष रूप से मां कर्णावती मंदिर पर चैत्र नवरात्र पर्व पर श्रद्घालुओं की भीड़ जुटी जिन्होंने मां के दरबार में अखंड वृत रखकर पूजा अनुष्ठान किया और श्रद्घालुओं का सुबह से लेकर खबर लिखे जाने तक आना लगा हुआ है जहां पुलिस प्रशासन चाक-चौबंद दिखाई दिया मंदिर प्रांगण में थाना अध्यक्ष और चौकी प्रभारी हमराह पुलिस कर्मियों के साथ बराबर मौजूद रहे, जिन्होंने मंदिर के महंत रामदास से सुरक्षा को लेकर चर्चा भी की।
बताते चलें कि मां कर्णावती (करन देवी) मंदिर का इतिहास दानी राजा कर्ण और समकालीन उज्जैन के राजा वीर विक्रमादित्य से जुड़ा हुआ है क्योंकि इसी मां की मूर्ति की राजा कर्ण आराधना कर प्रतिदिन अपने को उबलते तेल के कढ़ाव में डालकर मां को प्रसन्न करते थे और मां वरदान स्वरुप उनको सवा मन सोना प्रतिदिन प्रदान करतीं थीं जिसको राजा अपनी प्रजा में प्रतिदिन बांटते थे इसी वृत्तांत को जब उज्जैन के समकालीन राजा वीर विक्रमादित्य ने सुना तो उन्होंने यहां अपना भेष बदलकर छलपूर्वक देवी को राजा कर्ण की छुपकर देखी गई क्रिया को कर उन्हें प्रसन्न किया और वरदान स्वरूप मां के शरीर के ऊपर का भाग उज्जैन ले गए जो हरसिद्धि माता के नाम से प्रसिद्ध है।
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