पीड़ित का आरोप गलत इंजेक्शन व दबाइयाँ से पुत्र की हुई मृत्यु

कोंच (जालौन) यह क्लीनिक है अस्पताल नहीं है इतना कहकर डॉक्टर की पत्नी ने पल्ला झाड़ लिया और मासूम को काल के गाल में समाने के लिए छोड़ दिया।
मामला कोतवाली के मुहल्ला गांधी नगर निवासी रामु पुत्र पंचम प्रजापति के पुत्र बिबेक का है जिसके दिनांक 14 जुलाई 2025 को पेट में दर्द हुआ और उसे उल्टी शुरू हो गयी जिसे रामु उपचार हेतु बात्सल्यअस्पताल डॉ उपेंद्र निरंजन के यहां ले गया और वहां पर डॉक्टर ने भर्ती करके बिबेक की जांच करते हुए बोतल व इंजेक्शन लगाए और चलते समय उसे दबा भी दी लेकिन घर आकर रात के 02 बजे विवेक को अचानक से देखा तो उसमें मुंह व नाक से झाग आ रहा था जिसे रामु लेकर उक्त अस्पताल आया तो उन्होंने अस्पताल ही नहीं खोला और डॉक्टर की पत्नी ने कहा कि यह अस्पताल नहीं है यह क्लीनिक है जब रामु ने फोन से बात की तो डॉक्टर ने बाहर होने की बात कहते हुए अनयत्र दिखाने की बात कही तब आनन फानन में रामु पुत्र को सरकारी अस्पताल पहुंचा जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया वहीं रामु ने डॉक्टर उपेंद्र पर गलत इंजेक्शन व गलत दबाइयाँ देने का आरोप लगाया है जो उसके पुत्र की मृत्यु का कारण बनी उक्त के सम्बंध में रामु ने दिन मंगलवार को उपजिलाधिकारी ज्योति सिंह को एक प्रार्थना पत्र देते हुए रिपोर्ट दर्ज कराकर कानूनी कार्यवाही की मांग की है।
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