फर्जी केस बनाने में गोंडा पुलिस माहिर,तीन पत्रकारों पर फर्जी मुकदमा दर्ज
उपनिरीक्षक ने दी थी भद्दी भद्दी गाली,समाचार कार्यालय पर हुई थी तोड़फोड़।
पत्रकार की पुलिस की पिटाई का वीडियो वायरल।
गोण्डा। जिले के थाना छपिया क्षेत्र में तीन पत्रकारों पर लोगों को ब्लैक मेलिंग कर फर्जी धन उगाही करने के मामले में छपिया पुलिस ने गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज किया है। वहीं सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे ये बताया जा रहा है कि पुलिस चौकी पर शराब पिया जा रहा था जिसकी खबर पत्रकारों द्वारा अपने चैनलों/पेपरों में प्रकाशित किया गया। जिससे नाराज हुए दरोगा और सिपाही ने पत्रकारों को बुरी तरीके से मारा पीटा और अपमानजनक गाली दी गई और ऐसी ऐसी धाराएं लगाई गई कि उनकी जिंदगी ही खराब हो जाए। वहीं गोंडा पुलिस द्वारा वीडियो को ना देखते हुए अपने पुलिस के द्वारा बनाए गए फर्जी मामलों की जांच करना उचित नही समझा,बल्कि जो पुलिस द्वारा गाली देने का वीडियो वायरल हुआ उसमें गोंडा पुलिस द्वारा विभागीय जांच की बात कही गई है।
आपको बता दें कि थाना छपिया अन्तर्गत उपरोक्त मामले में पत्रकारों के विरुद्ध दूध धुली पुलिस ने फर्जी मनगढंत मनमाफिक आरोपो के तहत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया,लेकिन जो वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे पत्रकार के शरीर पर चोट के निशान को मेडिकल रिपोर्ट में फर्जी दिखा दिया। उपनिरीक्षक राजेश दुबे ने नंगा नाच करते हुए सरेआम गाली देने के प्रकरण में उपनिरीक्षक राजेश दुबे व सिपाही अभिषेक यादव को पुलिस अधीक्षक ने लाइन हाजिर कर दिया है। कथित को भी चोट आई है कैसे चोट आई है इस पर भी जांच होनी चाहिये। पत्रकार को सजा मिली लेकिन अन्य पुलिस कर्मियों पर भी मुकदमा दर्ज कर कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई। जबकि पुलिस कर्मियों द्वारा वीडियो में इतनी भद्दी भद्दी गाली दी गयी है जिसे सार्वजनिक नही किया जा सकता। ऐसे में अब मामला सामने आ रहा है कि जब पत्रकारों पर फर्जी मुकदमा दर्ज किया जा रहा है तो इस योगी सरकार में कितने आम आदमियों पर फर्जी मुकदमा दर्ज किया जाता होगा। इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।
रिपोर्ट नीरज जैन पत्रकार स्वयं सहायता समूह संचालक ने अपनी जिम्मेदारी पूर्वक जिला गोंडा के पत्रकार साथियों के मामले पर जानकारी प्राप्त कर संपर्क किया गया
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