57 ग्राम पंचायत में 171 तालाब 14 अमृत सरोवर पानी के लिए मुंह चिढ़ा रहे।
जिला संवाददाता
अमित गुप्ता
माधौंगढ जालौन
माधौगढ़ /जालौन विकासखंड क्षेत्र माधौंगढ़ के गांव में अमृत सरोवर योजना के तहत बनाए गए तालाबों की हालत दंयनीय है। सरकार के लाखों रुपए खर्च कर जिस उद्देश्य के लिए इन तालाबों का निर्माण कराया था। उसमें एक भी उद्देश्य की पूर्ति नहीं हो रही है फिलहाल या तालाब सूखे पड़े हैं इस भीषण गर्मी में लोगों को मुंह चिढ़ा रहे हैं माधौंगढ़ ब्लॉक के अंतर्गत 171 तालाब आते हैं जिसमें 14 तालाबों को अमृत सरोवर तालाब बनाया गया लेकिन सरकार की योजना का जिम्मेदारों द्वारा भ्रष्टाचार की भीड़ चढ़ा दिया गया जिला के आल्हा कमान जिला अधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने निशा गर्मी को देखते हुए धरातल पर विचरण कर रहे जीव जंतु पशु पक्षियों के लिए तालाबों को भरने के निर्देश जारी कर फोटो के माध्यम से जानकारी प्रेषित करने के सूचना दी लेकिन विकासखंड के जिम्मेदारों पर इसका खास आसान नहीं हुआ सूखे पड़े तालाब अपने आप में मुंह चिढ़ाते देख रहे हैं। लाखों रुपए खर्च कर खोदे गए तालाब में पानी न होने से पशु पक्षी अपनी प्यास बुझाने को आतुल इधर-उधर भटक रहे हैं। पानी की तलाश पूरी न होने पर जानवर दांत तोड़ने को मजबूर हैं विकासखंड क्षेत्र के 57 ग्राम पंचायत में गुर्जर स्तर बढ़ने सिंचाई और रोजगार उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से मनरेगा एवं 15 में वित्त के तहत तलावों का निर्माण 2022-23 में विभिन्न ग्राम पंचायत में कराया गया तालाब निर्माण के बाद बारिश के दौरान चलभराव के अलावा सरपंच सचिव और जनपद के अवसर यहां झांकने भी नहीं आए नतीजा यह हुआ कि पीएम की महत्वाकांक्षी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई अमृत सरोवर योजना से लाखों खर्च के साल भर बाद ही(अ) -मृत सरोवर साबित हो रही है। जबकि जानवरों की प्यास को बुझाने के लिए नहरे में भी समय पर पानी छोड़ा गया इसके अलावा जिलाधिकारी ने तालाबों को बनने के लिए पंपिंग सेट नहर व अन्य संसाधनों द्वारा तालाबों में पानी बनने के निर्देश अख्तयार किए थे लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण यह तालाब मुंह चिढ़ा रहे हैं खंड विकास अधिकारी राजेश चंद्र शर्मा से जानकारी ली गई तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए बताया कि तालाबों को जल्द भर दिया जाएगा।
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