राज्य महिला आयोग की मा० सदस्य ने विकास भवन में जनसुनवाई कर महिलाओं की समस्याएं सुनीं।

के के श्रीवास्तव प्रदेश व्यूरो जालौन
उरई / जालौन राज्य महिला आयोग की मा० सदस्य श्रीमती अर्चना पटेल ने विकास भवन स्थित रानी लक्ष्मीबाई सभागार में जनसुनवाई का आयोजन किया। इस दौरान जनपद की विभिन्न तहसीलों और गांवों से आई महिलाओं ने अपनी शिकायतें प्रस्तुत कीं। जनसुनवाई कार्यक्रम में मा० सदस्य ने पीड़ित महिलाओं की समस्याओं को गंभीरता से सुना और मौके पर ही मौजूद संबंधित अधिकारियों को त्वरित और प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए। कई मामलों में तो तत्काल अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की गई और पीड़ितों को जल्द न्याय दिलाने का आश्वासन दिया गया। जनसुनवाई के दौरान घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना, पारिवारिक विवाद, भरण-पोषण, कार्यस्थल पर उत्पीड़न तथा जमीन-जायदाद से जुड़ी शिकायतें सामने आईं। महिला आयोग की सदस्य ने कहा कि महिलाओं को उनके अधिकारों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, ताकि वे अन्याय के खिलाफ खड़ी हो सकें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आयोग महिला उत्पीड़न के किसी भी मामले को हल्के में नहीं लेता और हर शिकायत पर उचित कार्रवाई सुनिश्चित करता है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी मामले में लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। अगर किसी पीड़िता को न्याय दिलाने में देरी हुई तो संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी कई महिलाएं अपने अधिकारों से अनभिज्ञ हैं, जिसके चलते वे शोषण का शिकार हो जाती हैं। ऐसे में जरूरी है कि महिला कल्याण विभाग, पुलिस प्रशासन और स्थानीय संस्थाएं मिलकर जागरूकता अभियान चलाएं।
मा० सदस्य ने कहा कि महिला आयोग महिलाओं की समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है और आगे भी इसी तरह के जनसुनवाई कार्यक्रमों के माध्यम से पीड़िताओं को न्याय दिलाने का कार्य करता रहेगा। उन्होंने यह भी अपील की कि कोई भी महिला अन्याय सहने की बजाय, आगे आकर अपनी बात रखे, आयोग उनके साथ है।
इस अवसर पर प्रभारी प्रोबेशन अधिकरी निशान्त पाण्डेय, सीओ सिटी अर्चना सिंह, डीपीओ शरद अवस्थी आदि सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे
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