फसल को अन्ना मवेशियों से बचाने को खेतों पर रतजगा करने को मजबूर
संवाददाता
अमित गुप्ता
कदौरा/जालौन बुंदेलखंड के अन्नदाता के लिए अन्ना मवेशी अभिशाप बने हुए प्रशासन के लाख दावे के बावजूद अन्ना मवेशियों की रोकथाम नही हो पा रही है किसानों को रात भर खेतो में अपनी फसल की रखवाली करने के लिए कड़के की सर्दी में झोपड़ी में व्यतीत करनी पड़ रही है जिससे रात्रि जागरण के बावजूद किसान फिर भी अपनी फसल को सुरक्षित नहीं रख पा रहा है ।
गौरतलब है की किसान को अपनी फसल अन्ना मवेशियों से बचाने के लिए काफी जतन करने पड़ रहे है जब की प्रदेश सरकार अन्ना मवेशियों से किसान की फसल बचाने के लिए गांव गांव में गौशालाओं का निर्माण करा दिया है और सभी जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देश दिया है की अन्ना मवेशियों को गौशालाओं में बंद करे और उनके खाने के लिए 50 रुपए प्रति गौवंश के हिसाब से सरकार दे रही है फिर भी जिम्मेदारों की लापरवाही से अन्ना मवेशी किसानों की फसलों को चट कर रहे है क्षेत्र के किसान रियाज राईन कुलदीप भूरा आदि लोगो ने बताया की फसलों को बचाने के लिए रात भर खेतो में बनी झोपड़ी में गुजारनी पड़ती है फिर भी अगर जरा सी नजर चूक जाती है तो अन्ना मवेशी फसल को बर्बाद कर देते है जिससे पूरी मेहनत में पानी फिर जाता है ।
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कदौरा । एक तरफ किसानों को अन्ना मवेशी से फसल की रखवाली करने के लिए खेतो में झोपड़ी बना कर रात गुजारनी पड़ती है वही दूसरी तरफ रात में निकली गस्ती पुलिस की डांट सहनी पड़ रही है किसान रियाज राईन ने बताया की रात को रखवाली के दौरान डायल 112 पुलिस उन्हे देख कर काफी सवाल जवाब करती है जिससे उन्हें डर लगता है ।
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कदौरा । अन्ना मवेशी सिर्फ किसानों के लिए ही आफत नही बने है बल्कि राहगीरों के लिए मुसीबत बने हुए है क्यों की रात में सड़क के किनारे बैठे मवेशी से टकरा कर कई बाइक सवार घायल हो चुके है और कुछ लोग तो मौत के मुंह में भी जा चुके है ।
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