मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 437 जोड़ों ने थामा एक दूसरे का हाथ
उरई (जालौन) प्रदेश में संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत आज जिला प्रशासन के सहयोग से जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ० घनश्याम अनुरागी, सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा, माधौगढ़ विधायक मूलचंद निरंजन, जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय, जल शक्ति मंत्री के प्रतिनिधि अरविन्द चौहान, विधान परिषद सदस्य के प्रतिनिधि आरपी निरंजन, मुख्य विकास अधिकारी भीमजी उपाध्याय व समाज कल्याण अधिकारी प्रवीण कुमार की उपस्थिति में कालपी रोड स्थित नवीन गल्ला मंडी परिसर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम रीति रिवाज अनुसार हवन पूजन के साथ बड़े ही उल्लास के साथ हुआ तथा संपूर्ण विवाह कार्यक्रम संस्कृति के अनुरूप सम्पन्न हुआ जिसमें आज 437 विभिन्न वर्गों, समाज के लोगों की शादी कर अपने दांपत्य जीवन में प्रवेश किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों व जनपद स्तरीय अधिकारियों ने सभी विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद एवं उपहार भेंट कर उनके मंगलमय जीवन की शुभकामनाएं दी।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने नव विवाहित जोड़ों को संबोधित करते हुए कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि आप सभी वैवाहिक बंधन में बंद रहे हैं, इस योजना का उद्देश्य कन्या के विवाह में होने वाली आर्थिक कठिनाइयों का निवारण, विवाह के अवसर पर होने वाली फिजूल खर्च को रोकना एवं सादगीपूर्ण विवाह को बढ़ावा देना है। जिससे उनकी सामाजिक स्थिति में सुधार हो तथा विवाह में दहेज की लेन-देन की रोकथाम हो सके।
सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि जब सरकार संवेदनशील होती है तो गरीब-कमजोर लोगों की सुनवाई होती है। उन्हें बिना भेदभाव के पूरी पारदर्शिता के साथ शासन की योजनाओं का लाभ मिलता है। केंद्र व राज्य की डबल इंजन सरकार ऐसी ही संवेदनशील सरकार है। यह सरकार बिना भेदभाव शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ तो पहुंचा ही रही है, जन सहयोग से समाज की कुरीतियों को समाप्त करने का भी प्रयास कर रही है।
माधौगढ़ विधायक मूलचंद्र निरंजन ने सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का कार्यक्रम डबल इंजन सरकार के प्रयासों और सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार का आयोजन है। दहेज की कुरीति से कई गरीब परिवार विवाह के पवित्र यज्ञ से वंचित हो जाते थे। बाल विवाह से पूरी तरह छुटकारा पाने के साथ दहेज के अत्याचार को समाप्त करने की दिशा में यह आयोजन अभिनव प्रयास है। उन्होंने कहा कि हमें समाज में किसी भी ऐसी कुरीति को पनपने नहीं देना है जो समाज के विकास में बाधक हो।
जिलाधिकारी ने नए दांपत्य जोड़ों को आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं दी, कहा कि मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना शासन की बहुत अच्छी योजना है, गरीब परिवारों के लिए यह बहुत ही उपयोगी है। इस योजना के अंतर्गत 51 हजार रुपए की राशि का प्रावधान किया गया है। इस योजना से परिवारों के बच्चों की शादी संपन्न करने में मदद मिलती है। प्रदेश के ऐसे परिवार जिनके आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, ऐसे माता-पिता के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना कारगर सिद्ध हो रही है। सामूहिक विवाह समारोह में उपस्थित जनप्रतिनिधियों, गणमान नागरिकों एवं मुख्य अतिथियों ने नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देकर उनके मंगलमय जीवन के लिए शुभकामनाएं दी। समाज कल्याण अधिकारी प्रवीण सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत आज 437 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत कुल धनराशि 51 हजार रुपए प्रति जोड़ा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि योजना अंतर्गत सभी धर्म सभी वर्गों के विवाह संपन्न कराया जाता है। उन्होंने कहा कि कन्या के खाते में 35 हजार रुपये, उपहार सामग्री 10 हजार जिसमे चांदी की पायल, बिछिया, एक ट्रॉली बैग, प्रेशर कुकर, 51 पीस स्टील डिनर सेट, दो साड़ी ब्लाउज सहित, दो पेटिकोट, एक पैंट शर्ट, पगड़ी, फेटा, चुनरी, 1 दीवाल घड़ी, 1 किलोग्राम मिठाई दिया गया है।
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