क्यों पिछड़ा है खनिज सम्पदाओं से मालामाल तमाम नदियों से घिरा 45 जालौन गरौठा भोगनीपुर संसदीय क्षेत्र

Mar 12, 2024 - 20:03
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क्यों पिछड़ा है खनिज सम्पदाओं से मालामाल तमाम नदियों से घिरा 45 जालौन गरौठा भोगनीपुर संसदीय क्षेत्र

कालपी (जालौन) बालू रेत गिट्टी लकड़ी आदि खनिज सम्पदाओं से माला माल तमाम छोटी बड़ी नदियों से घिरा ऋषि मुनियों की तपोभूमि ऐतिहासिक पौराणिक प्राचीन धरोंहरों और देश की आजादी की लडा़ई में सबसे अधिक वीरों की कुर्बानी देने वाला जालौन गरौठा भोगनीपुर संसदीय क्षेत्र 45 आजादी के 75 वर्ष से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी अपने नाम मे पिछडा़ क्षेत्र जुड़े होने का कलंक आखिर क्यों नहीं हटा सका !आज तक यह एक यक्ष प्रश्न बना हुआ है यहां के बुद्धजीविओं राजनेताओं और वरिष्ठ पत्रकारों अधिवक्ताओं को अवश्य इस प्रश्न पर मंथन करना चाहिए! 

साथियों आज फिर 18 वीं बार देश की सबसे बडी़ पंचायत के चुनाव का बिगुल बज गया इस लिए आज 45 जालौन गरौठा भोगनीपुर संसदीय क्षेत्र जो दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश में भारत का लोकसभा संसदीय क्षेत्र है ! यह संसदीय क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है !आइए आपका ध्यान आकर्षित करने का प्रयास करते हैं!

साथियों एक तरफ पचनदा दूसरी तरफ यमुना और बेतवा नदियों से घिरा जनपद जालौन की मधौगढ़ उरई कालपी और कानपुर देहात की भोगनीपुर विधानसभा और जनपद झांसी की गरौठा बिधानसभा को मिलाकर संसदीय क्षेत्र का परसीमन किया गया है !आजादी के बाद से 1985 तक कांग्रेस का दबदबा रहा। हां 1977 में जरुर जनता पार्टी के उम्मीदवार को सफलता मिली थी!तब से लेकर अभी तक 1999 में बसपा और 2009में सपा को छोड़ दें तो भाजपा ही काबिज रही है !एक और जानकारी देना चाहते हैं कि1952से लेकर 1957 तक दो दो सांसद चुने गये !1952 में संसदीय क्षेत्र जालौन इटावा और 1957 में जालौन हमीरपुर संसदीय क्षेत्र रहने के दौरान जिले को दो दो सांसद मिले!

बिधानसभा विकास और स्थानीय मुद्दे लोकसभा क्षेत्र में जालौन जिले की उरई कालपी माधौगढ़ झांसी की गरौठा कानपुर देहात की भोगनीपुर बिधानसभा सीट सामिल है !इन पर कालपी को छोड़कर सभी में भाजपा काबिज है !यमुना बेतवा सिंधु क्वांरी पहूज चम्बल सिंध आदि नदियों वाले जालौन संसदीय क्षेत्र आखिर सूखा जैसी प्रमुख समस्या से क्यों जूझ रहा है!बीते बीस सालों में यहां फोर लेन बने रेलवे लाइन का दोहरीकरण हुआ ! पर यहां सिंचाई और रोजगार की भारी कमी है!जालौन के बारे में मान्यता है कि इसका नाम करण ऋषि जलवान के नाम पर पडा़ था!यह जनपद तीन नदियों यमुना बेतवा व पहूज से घिरा हुआ है ! जालौन लोकसभा से पहलीबार सांसद 1977 में रामचरन बने थे!वर्तमान में यहां सांसद भानू प्रताप वर्मा हैं!ज्यादा पीछे न जाकर हम आपको पिछली 17 वीं लोकसभा के चुनाव का परिणाम बताते हैं !

 सर्व प्रथम नाम आता है विजयी भाजपा प्रत्याशी भानू प्रताप सिंह वर्मा जिनको 52.6 प्रतिशत यानी कुल 581763 मत प्राप्त हुए थे!वहीं दूसरे स्थान पर बसपा प्रत्याशी अजय सिंह (पंकज) को 422386 मत यानी 37.89प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे!तीसरे नम्बर पर रही थी कांग्रेस जिसके प्रत्याशी बृजलाल खाबरी थे जिन्हें मात्र 8.02 प्रतिशत यानी 89606 ही वोट प्राप्त हुए थे! इसी तरह आर एस एस पी पार्टी के उम्मीदवार श्रवण कुमार पाल को 13894 मतलब 1.24प्रतिशत और पांचवें सीपीआई-एमएल के प्रत्याशी राम सिंह को 8792 मत मिले जिनका अगर प्रतिशत निकाला जाये तो 0.79ही रहता है ! इस तरह भाजपा प्रत्याशी भानू प्रताप सिंह वर्मा ने बसपा के अजय सिंह (पंकज) 158377 मतों से सिकस्त देकर पांचवी बार सांसद बनने का गौरव हासिल किया था !

 सरकार को सबसे अधिक राजस्व देने वाला क्षेत्र आज भी पिछडे़ क्षेत्र की श्रेंणीं में है आखिर कब इससे निजात मिलेगी कब सिंचित होगी यहां की भूमि कब बिछेगा अच्छी सड़कों का जाल कब लगेंगे उद्योग कब होगा पर्यटन विकास कब दूर होगी यहां के वासिंदों की गरीबी कब मिलेगा युवाओं को रोजगार?

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