नशेड़ी ने मन्दिर के पुजारी को मारा पीटा, दाढ़ी पकड़कर दीवार में पटका,नशे के लिए पैसा न देने पर उपजा विवाद
कालपी (जालौन) आटा थाना क्षेत्र के ग्राम हैदलपुर में एक रामजानकी मंदिर के पुजारी की पिटाई का मामला प्रकाश में आया है। पुजारी के मुताबिक एक नशेडी युवक मौनी ने नशे के लिए पुजारी से पैसे मांगे न देने पर उसने पुजारी श्री पत दास की दाढ़ी पकड़ी और दीवार में पटक दिया जिससे उसकी दायी भौह फट गई। पीड़ित पक्ष ने गुस्से में आकर बढा चढ़ाकर तहरीर थाने में दी परन्तु थाना पुलिस ने हकीकत की ही घटना दर्ज करने की बात कही!
इधर जब साधुसंत क्षेत्राधिकारी कालपी डॉ. देवेंद्र पचौरी के पास पहुंचे तो उन्होंने मामले की हकीकत को परखा और पीड़ित पक्ष से भी वार्ता की जिस पर पीड़ित पक्ष ने स्वयं स्वीकारा की लूट हुई ही नही मारपीट हुई हैं क्षेत्रधिकारी डॉ. देवेंद्र पचौरी ने पूछा कि जब घटना हुई तो पुलिस को आपने सूचना दी संत जी बोले दी, सी. ओ. कालपी ने पूछा की क्या पुलिस मौके पर पहुंची तो जवाब मिला पहुंची, फिर क्या आपने प्रार्थना पत्र दिया, बोले दिया और कहा कि पुलिस दर्ज करने की तो कह रहे परन्तु यह कह रहे जब लूट नही हुई तो लूट क्यो दर्शा रहे इसे सुनकर क्षेत्राधिकारी ने मानवीयता की दुहाई देते हुए कहा कि आप धर्म का कार्य कर रहे आप जरा सोचिए कि क्या ये गलत नहीं जब लूट हुई ही नहीं तो क्यो लिखवा रहे फिर मैं भी तो कर्म का पुजारी हूं आखिर क्या हमें मनमानी करनी चाहिए उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो वाकई में घटना हुई उसे लिखकर दो मैं तत्काल दर्ज करवाता हूं और उन्होंने थानाध्यक्ष आटा को फोन पर हिदायत दी कि अब इस तरह की कोई शिकायत संज्ञान में नहीं आनी चाहिए मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजें।
अमित गुप्ता
संवाददाता
कालपी जालौन
कालपी (जालौन) आटा थाना क्षेत्र के ग्राम हैदलपुर में एक रामजानकी मंदिर के पुजारी की पिटाई का मामला प्रकाश में आया है। पुजारी के मुताबिक एक नशेडी युवक मौनी ने नशे के लिए पुजारी से पैसे मांगे न देने पर उसने पुजारी श्री पत दास की दाढ़ी पकड़ी और दीवार में पटक दिया जिससे उसकी दायी भौह फट गई। पीड़ित पक्ष ने गुस्से में आकर बढा चढ़ाकर तहरीर थाने में दी परन्तु थाना पुलिस ने हकीकत की ही घटना दर्ज करने की बात कही!
इधर जब साधुसंत क्षेत्राधिकारी कालपी डॉ. देवेंद्र पचौरी के पास पहुंचे तो उन्होंने मामले की हकीकत को परखा और पीड़ित पक्ष से भी वार्ता की जिस पर पीड़ित पक्ष ने स्वयं स्वीकारा की लूट हुई ही नही मारपीट हुई हैं क्षेत्रधिकारी डॉ. देवेंद्र पचौरी ने पूछा कि जब घटना हुई तो पुलिस को आपने सूचना दी संत जी बोले दी, सी. ओ. कालपी ने पूछा की क्या पुलिस मौके पर पहुंची तो जवाब मिला पहुंची, फिर क्या आपने प्रार्थना पत्र दिया, बोले दिया और कहा कि पुलिस दर्ज करने की तो कह रहे परन्तु यह कह रहे जब लूट नही हुई तो लूट क्यो दर्शा रहे इसे सुनकर क्षेत्राधिकारी ने मानवीयता की दुहाई देते हुए कहा कि आप धर्म का कार्य कर रहे आप जरा सोचिए कि क्या ये गलत नहीं जब लूट हुई ही नहीं तो क्यो लिखवा रहे फिर मैं भी तो कर्म का पुजारी हूं आखिर क्या हमें मनमानी करनी चाहिए उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो वाकई में घटना हुई उसे लिखकर दो मैं तत्काल दर्ज करवाता हूं और उन्होंने थानाध्यक्ष आटा को फोन पर हिदायत दी कि अब इस तरह की कोई शिकायत संज्ञान में नहीं आनी चाहिए मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजें।
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