लंबी दूरी की ट्रेनों का में न होने से यात्री परेशान

अमित गुप्ता
कालपी जालौन
कालपी(जालौन) यात्रियों की सुविधाओं के लिए दशकों से उठ रही कालपी रेलवे स्टेशन में लंबी दूरी की ट्रेनों के ठहराव की मांग बेअसर होकर रह गई है, जबकि सप्ताह भर के अंदर उरई रेलवे स्टेशन में चार गाड़ियों के स्टॉपेज कर दी गई है।
विदित हो कि पिछले सप्ताह उरई रेलवे स्टेशन में महाकाल एक्सप्रेस के स्टॉपेज की घोषणा की गई थी। दो दिन पूर्व में लखनऊ गोरखपुर गरीब रथ एक्सप्रेस तथा गांधीनगर बनारस कैपिटल एक्सप्रेस का ठहराव भी उरई रेलवे स्टेशन में कर दिया गया है। जबकि एट-कोच के बीच चलने वाली शटल ट्रेन का फेरा भी कोच, एट, उरई होकर सरसौकी रेलवे स्टेशन तक बढ़ा दिया गया है। जानकार लोग बताते हैं कि ऐतिहासिक एवं धार्मिक नगरी के रूप में चर्चित कालपी रेलवे स्टेशन में लंबी दूरी की ट्रेनों के ठहराव के लिए क्षेत्रीय नागरिकों के द्वारा लंबे अरसे से मांग उठाई जाती रही है। जनप्रतिनिधियों की ओर से केवल कोरे आश्वासन मिले, लेकिन मांग पूरी नहीं हो सकी। दक्षिण भारत को जाने वाली यात्रियों को मजबूरी बस उरई या कानपुर स्टेशन पहुंचकर ट्रेन में चढ़ना या उतरना पड़ता है। इससे समय व धन दोनों ही की बर्बादी होती है। उ.प्र. हाथ कागज निर्माता समिति के अध्यक्ष नरेंद्र तिवारी ने बताया कि ऐसी कोई ट्रेन का ठहराव कालपी में नहीं होता है, जो मंडल मुख्यालय झांसी या प्रदेश की राजधानी लखनऊ 10 बजे पहुंच सके। जबकि कई ट्रेनें कालपी रेलवे स्टेशन से बिना स्टापेज के फर्राटा भरते हुए निकल जाती है। जनहित में केंद्रीय रेल मंत्री तथा उद्योग राज्य मंत्री भानु प्रताप वर्मा से अपेक्षा है कि कालपी रेलवे स्टेशन में लंबी दूरी की ट्रेनों का ठहराव कराया जाए।
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