कला की असली नायक जनता है - वैद
कोंच(जालौन) कोंच इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल एवं भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) इकाई - कोंच के संयुक्त तत्वाधान में गांधी नगर स्थित दरिद्र नारायण आश्रम में चल रही निःशुल्क ग्रीष्मकालीन बाल एवं युवा रंगकर्मी नाट्य कार्यशाला में रंगकर्मियों को पब्लिक स्पीकिंग के गुर सिखाये गए।
कार्यशाला की शरुआत इप्टा गीत " बजा नगाड़ा शांति का " के साथ हुआ। कार्यशाला में पब्लिक स्पीकिंग के बारे में रंगकर्मियों को जानकारी देते हुए अंग्रेजी लेखक एवं शिक्षक जगमोहन कुशवाहा ने कहा कि पब्लिक स्पीकिंग नेतृत्व के अवसरों की ओर लेकर जाने के साथ साथ आत्म विश्वास में भी वृद्धि करता है। उन्होंने कहा कि जब आप अपने संचार में आत्मविश्वास और जूनून दिखाते है तो लोगो को सुनने के लिए इक्छुक बनाता है। एक बार जब आप अपना भाषण पूरा कर लेते हैं, तो आम तौर पर आपके दर्शकों के साथ बातचीत करने, उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त करने, सवालों के जवाब देने और अपने दृष्टिकोण से अलग दृष्टिकोण देखने का मौका मिलता है। उससे नई संभावनाओं के द्वार खुलते है।
इप्टा कोंच के अध्यक्ष अनिल कुमार वैद ने कार्यशाला को वर्चुअल सम्बोधित करते हुए कहा कि कला की असली नायक जनता है। आप अपनी कला के माध्यम से सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार कर समाज में जागरूकता प्रवाहित करने का कार्य करते है।
कार्यशाला संयोजक पारसमणि अग्रवाल ने कहा इप्टा कार्यशाला के माध्यम से बच्चों का बौद्धिक विकास होता है। आप लोग जरूर ही अपने मुकाम पर पहुचेंगे बशर्तें अपनी पूर्ण मेहनत,लगन व निष्ठा के साथ अपने कार्य में लग जाये क्योंकि कहा भी गया कि "कोशिश करने वालों की हार नहीं होती"।
कार्यशाला में प्रतिभागियों ने ले मशालें चल पड़े है लोग मेरे गाँव के , अब अँधेरा जीत लेंगे लोग मेरे गांव के जनगीत का भी रियाज किया। इस अवसर पर राजीव अग्रवाल राहुल कश्यप राजकुमार प्रजापति इकरा खान राज चौधरी महाराज सिँह ज्योति रायकवार राधिका हर्ष राज राम आयुष रजक प्रमोद संध्या संतोषी अनन्या स्नेहलता अंकिता रौशनी गुड़िया प्राची सोनल आरती सागर अंकुश अभी आरोही खुशी बाबू मोनी राकेश अनुज सहित आधा सैकड़ा लोग उपस्थित रहे।
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