फ़ातिहा-ए-चिहल्लुम व शिक्षा जागरूकता का शानदार आयोजन

कदौरा/जालौन ब्लाक क्षेत्र के ग्राम बाग़ी में एक ना-गहानी और दिलख़राश हादसे में इंतेक़ाल फ़रमा चुके अज़ीज़ तर बाशिंद-ए-बाग़ी, मुहम्मद अकरम अली क़ादरी नव्वरल्लाहु तुरबतहु इब्न-ए-हज़रत अल्लामा मौलाना मोहम्मद अकबर अली बरकाती की याद में जामिया इमाम ए आज़म अबू हनीफ़ा फ़ातिहा-ए-चिहल्लुम और शिक्षा जागरूकता का पुरअसर आयोजन किया गया जिनमे दूर दराज से आये उलेमाओं ने एक दूसरे की मदद करना व शिक्षा पर जोर दिया
नमाज़-ए-ज़ुहर तक जारी रहने वाले इस प्रोग्राम में मुल्क के कई नामवर उलमा-ए-दीन, मशाइख़-ए-कराम और सामाजिक व दीनी शख्सियतों ने शिरकत फ़रमाई और मरहूम के लिए मग़फ़िरत, बख़्शिश और देश की तरक्की बुलंदी-ए-दराजात की दुआ की गई
इस दौरान खानकाहे मारहरा शरीफ से चलकर आये हुजूर सैय्यदी सरकार नजीब मियां साहब ने अपनी तकरीर के दौरान कहा कि इस दूसरे का सहारा बनना सबसे बड़ी इंसानियत है किसी की मदद करते बक्त ये न देखे की वो इंसान किस धर्म का है बस अपनी इंसानियत पेस करे उन्होंने आगे कहा कि देश की तररकी के लिये बच्चो को शिक्षित करना बहुत जरूरी है उनको दीनी व दुनियाबी तालीम जरूर दे क्यो की यही बच्चें आगे चलकर देश का भविष्य बनेंगे
इस दौरान ख़ानक़ाहे बरकातिया मारहरा शरीफ़ से हुज़ूर सैय्यदी सरकार नजीब हैदर मियां साहब क़िब्ला ख़ानक़ाहे मोहम्मदिया कालपी शरीफ़ से हुज़ूर मीर सय्यद ग़यासुद्दीन अहमद तिर्मिज़ी (गयासे मिल्लत) साहब क़िब्ला और शहज़ाद-ए-गयासे मिल्लत सय्यद अफ़ज़ल मियां साहब क़िब्ला ख़ानक़ाहे चिश्तिया फफूंद शरीफ़ से पीर-ए-तरीक़त सरकार नवाज़ अख़्तर चिश्ती उर्फ़ चिश्ती मियां साहब क़िब्ला,इसके अलावा जिन मशाहिर उलमा और मुफक्किरीन की आमद रही
आयोजन के दौरान ,मौलाना अम्मार खान शामी (मुरादाबाद), अल्लामा शादाब अमजदी धोसी, मौलाना उबैदुर्रहमान फतेहपुर, मुफ़्ती मसूद रहमानी मिस्बाही फतेहपुर, मुफ्ती शौएब अमजदी कालपी, मुफ्ती मोहम्मद सलमान रिज़वी मिस्बाही, मौलाना ग़ुलाम अब्दुल क़ादिर उर्फ़ अच्छे मियां बलरामपुर, मौलाना याक़ूब बरकाती, क़ारी शमसुल क़मर क़ादरी उरई, क़ारी ग़ुलाम मुहम्मद, हाफ़िज़ रईस बरकात उरई, क़ारी हारून अजीतपुर, क़ारी सद्दाम अजीतपुर, मौलाना फैसल अजीतपुर, मौलाना अब्दुल कयूम रहमानी जैतपुर, क़ारी मोहम्मद अहमद अजीतापुर, सैयद अजमत अली (शहर काज़ी हमीरपुर), हाफिज़ जुल्फिकार खान, हाफिज़ मोहम्मद तनवीर, हाफिज़ मोहम्मद नदीम, मौलाना ओवैस साबरी, हाफिज़ रफीक राजा हनफ़ी राठ, हाफिज़ रहमत साहब, शैख अबू तुराब कौशांबी, मौलाना रेहान राजा एहसानी, मौलाना इक़रार क़ादरी बागी, क़ारी इसराइल बागी, जनाब मशहूद रज़ा, क़ारी शफी अहमद मौदहा, क़ारी रईस बसवारी, हाफिज़ अब्दुल रहमान राठ, क़ारी अज़ीज़ रज़ा बरकाती उरई, शाहरुख अजीतपुर, नसीम आलम मौदहा, हाफिज़ अब्दुल रहीम मुटनी, मौलाना इमरान मिस्बाही कालपी, हाफिज़ नफ़ीस गुलौली, मौलाना सैय्यद शमशाद अली बकाई, मौलाना सैयद रफ़त अली, मौलाना रमज़ान रहमानी, हाफिज़ रिफ़ाक़त बरकाती, मौलाना नफ़ीस चिश्ती, हज़रत हाफ़िज़ अब्दुल वहीद सुमेरपुर, कारी अब्दुल वहीद लहुरी मऊ, जनाब नूर मोहम्मद सुमेरपुर, हज़रत मौलाना मिस्बाहुल हसन नदेहरा, हाफ़िज़ हबीबुल्लाह साहब, हाफिज़ चांद चिश्ती, मौलाना सिराजुल हक़ चिश्ती, हाफिज़ इसराइल साहब, डॉ हाजी अब्बास अनफासी, हाजी मुबीन चिश्ती, क़ारी मतलूब बरकाती, मास्टर फ़ज़्ले रब। इनके अलावा भी बहुत से उल्मा और मशाइख ने शिरकत की
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