मधु कैटभ के उद्धार की कथा सुन श्रोता हुए भाव विभोर
जिला संवाददाता के 0 के श्रीवास्तव जालौन
एट जालौन कोटरा थाना अंतर्गत प्राचीन सिद्ध स्थल श्री चोफरा धाम परिसर में विगत दिनों से चल रहे धार्मिक कार्यक्रम सहस्त्र चंडी महायज्ञ एवं श्री दुर्गा मानस पूजा के अंतर्गत श्री मद्द देवी भागवत महा पुराण के क्रम में आज चतुर्थ दिवश की कथा मे अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक श्री कपिल कृष्ण जी शास्त्री महाराज ( श्री वृंदावन धाम ) की मधुर वाणी से सुंदर संगीत मय कथा के क्रम में आज श्रीमद्द देवी भागवत महापुराण की कथा के दौरान श्री कपिल कृष्ण शास्त्री जी ने कथा में. मधुकैटभ के उद्धार की कथा का सुन्दर व मार्मिक वर्णन किया उक्त कथा में कथा व्यास ने कहा कि जब समस्त धरती जल मग्न थी और भगवान श्री हरि योग निद्रा में थे तभी उनके कान के मेल से मधु और कैटभ नाम के दैत्य प्रगट हुए उनका बल अपार था जिसके कारण समस्त जगत तप्त व संन्त्रप्त यानी दुखी हो रहा था तब सभी देवताओं ने जगत जननी माँ की आराधना की और जगत के कल्याण के लिए माँ आदिसक्ति की कृपासे दोनों दैत्यों का उद्धार हुआ और समस्त जगत और देवताओं को भय मुक्त किया.
साथ ही महाराज जी ने कन्या विवाह के निमित्त समस्त भक्तो को यह सन्देश दिया की समस्त मातृ शक्ति माँ जगत जननी के ही स्वरूप हैं कन्या के विवाह में कभी दहेज नहीं मांगना चाहिए और समस्त भक्तो को संकल्प कराया की ऐसी कुप्रथा को हमेसा के लिए समाप्त करें और हमेशा देवियों का सम्मान करें सर्व रूप मई देवी सर्व देवी मयम जगत ---- इस मौके पर कतर बिहार श्री कपिल कृष्ण शास्त्री जी महाराज (श्री वृंदावन धाम, ) एवं कथा परीक्षित आत्माराम ने श्रद्धा भाव से आरती कर प्रसाद वितरण किया एवं समस्त ग्रामवासीय क्षेत्रवासी मौजूद रहे यह समस्त कार्यक्रम आयोजक श्री हनुमान जी महाराज चोफरा धाम एवं संयोजक समस्त ग्रामवासी व क्षेत्र वासी रहे
What's Your Reaction?