ईश्वर की प्राप्ति के लिए तन और मन का शुद्ध होना जरूरी है
संवाददाता
अमित गुप्ता
कदौरा/ जालौन ईश्वर की प्राप्ति के लिए तन और मन का शुद्ध होना जरूरी है जो व्यक्ति बुरे विचार और बुरी सोच को दरकिनार करके ईश्वर का स्मरण करता है ईश्वर भी उसकी सभी इच्छाएं पूरी करता है उक्त बात प्रजा पिता ब्रम्हा कुमारी ईश्वरी विश्व विद्यालय आश्रम में दीपावली उत्सव एवम ग्रह प्रवेश के मौके पर दीदी उमा देवी ने भक्तो से कही और बड़ी संख्या में भक्तो ने उनकी बातो का स्मरण करते हुए प्रसाद ग्रहण किया ।
नगर के हमीरपुर रोड स्तिथ ब्रह्मा कुमारी आश्रम में दीपावली उत्सव का आयोजन किया गया इस मौके पर ब्रह्म कुमारी उमा दीदी ने आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा की इंसान को अपने जीवन में मन की सफाई करते हुए अच्छे विचार रखने चाहिए जिससे देश में अच्छाई का साम्राज्य स्थापित हो सके उन्होंने कहा की परमात्मा एक है हम सबके अपने विचार से अनेक हो गए है कोई भगवान शिव को पूजता है तो कोई बजरंग बली को जब की सभी भगवान की सोच मानव कल्याण होती है इसलिए विचारो से ही भगवान मिलते है इसके बाद सभी भक्तो ने प्रसाद ग्रहण करते हुए अपना कुछ समय आश्रम को देने का प्रण लिया इस मौके पर शिवी प्रिंसी गुप्ता बड़े गुप्ता शिवानी राधेश्याम सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे ।
इनसेट
कदौरा । ब्रह्म कुमारी आश्रम में हुए दीपावली महोत्सव में आए हुए भक्त उस शिवलिंग के दर्शन के लिए व्याकुल दिखाई दिए जिसके साथ आश्रम की सेविका शिवी दीदी ने 17 अक्तूबर को शादी की थी आश्रम में उसी शिवलिंग के साथ आई शिवी दीदी ने बताया की वो बचपन से ही भगवान की आराध्य में खो गई थी जिस पर दुनिया की मोह माया को त्याग कर ईश्वर की प्राप्ति के लिए साधना करने लगी थी इसीलिए भगवान शिव को अपना पति मान लिया था और उन्ही के साथ शादी करके बाकी बचे जीवन को गुजार देंगी ।
What's Your Reaction?