नहर विभाग की लापरवाही से , किसानों की दीवाली हुई फीकी।
- 500 एकड़ जमीन हुई जलमग्न
- किसानों का दुखड़ा नही समझ रहा नहर विभाग महज कागजों मे ही कर रहा खानापूर्ती
- किसानों की नींद छीन , विभाग सो रहा चैन की नींद
ब्यूरो के के श्रीवास्तव जालौन
उरई जालौन नहर विभाग की बढ़ी लापरवाही के कारण किसानों की 500 एकड़ जमीन जलमग्न हो गयी इस खामयाजे के पीछे सबसे बढ़ी लापरवाही विभागीय अनदेखी है समय पर साफ सफाई नही कराई जाती जबकि कागजी कार्यवाही मे ही सफाई को निपटा दिया जाता है माधौगढ़ , मिहौनी , डिकोली , मौजे की करीब एक हजार वीघा जमीन इस लापरवाही की भेंट चढ़ गयी नहर पर बना चैकडम मौजा मिहौनी , माधौगढ़ , डिकोली मीगिनी के किसानों के लिए बनाया गया है जबकि माधौगढ़ नाला भी उसी नहर निकला है जिसमे जल निकास के लिए साइफन डाले गये थे लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण सफाई नही की गयी जबकि कागजों मे सफाई को वरीयता दे दी गयी जिसका नतीजा यह हुआ कि चैकडम तेज बहाव के कारण कट गया और पानी के तेज बहाव ने किसानों की दीपावली को बेरंग कर दिया जब किसानों ने मौक़े पर जाकर देखा तो पानी का तेज बहाव किसानों के अरमानो को पानी मे डुबो रहा था इस बात की जानकारी किसानों ने प्रशासन को दी तो मौक़े पर राजस्व की टीम पहुंच गयी मौक़े पर पहुँचे एसडीएम शशि भूषण सिंह ने नहर विभाग के आला कर्मचारियों को सूचित किया लेकिन गहरी नींद मे सोया नहर ने करीब 5 घंटे की लतीफी मे मौक़े पर पहुंचना मुनासिफ समझा इस कारण एसडीएम ने तेबर अपनाते हुए नहर विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही को स्पष्ट किया इस बीच मौक़े पर पहुंचे नहर विभाग के जेई व एसडीओ ने कटाव के कारण हुए नुकसान को बचाने के लिए 2 घंटे का प्रयास किया लेकिन सफलता ना मिल सकी हालाँकि एसडीएम शशि भूषण ने किसानों के हुए नुकसान को लेकर मुआवजे का आश्वसन दिया है।
इनसेट
माधौगढ़ नगर अध्यक्ष राघवेंद्र व्यास ने कहा कि किसानों का जो नुकसान हुआ है इसके पीछे जेई व एसडीओ की लापरवाही है महज कागजों मे ही खानापूर्ती कर विभाग कार्य करता है लेकिन असल मायनों मे कार्य होता ही नही है।
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लल्लूराम , धमेन्द्र , नरेंद्र आदि किसानों ने बताया समय पर सफाई ना होने से किसानों की 500 एकड़ जमीन जल मग्न है विभाग कागजों मे साफ सफाई कर किसानों को दंस झेलने के लिए छोड़ देता है।
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