ग्राम परावर के ग्रामीणों ने प्रधान के खिलाफ खोला मोर्चा, पहुंचे कलेक्ट्रेट
अमित गुप्ता
उरई जालौन
उरई (जालौन) नदीगांव विकास खंड के ग्राम परावर के दर्जनों ग्रामीणों ने आज कलेक्ट्रेट पहुंच कर ग्राम प्रधान पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए मामले की जांच करवाये जाने की मांग उठाई है।
ग्राम परावर निवासी ग्रामीण सुरेंद्र सिंह पाल, हरीबाबू, बबलू सिंह, मुन्ना लाल, हमीरसिंह, योगेंद्र सिंह, संतोष सिंह, अतुल सिंह, राजकुमार, महेशसिंह, लालता, नीरजसिंह, परशुराम, मौनू, विपिन सिंह, भारत सिंह पाल, अजमेर सिंह चौहान, प्रमोद सिंह राजावत, अजय सिंह, जितेन्द्र सिंह सहित आदि ने आज कलेक्ट्रेट पहुंच कर जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया है कि बर्तमान ग्राम प्रधान रघुवीर कुशवाहा पुत्र रतन कुशवाहा की धाँधली भ्रष्टाचारिता व नाकामी चरम सीमा पर है। यह भी बताया कि ग्राम प्रधान परावर गौशाला में बंद गायों के लिये शासन द्वारा पैसा आ रहा है मगर प्रधान इन गायों को समय से पानी नहीं पिलाया जाता और न ही समय से भूसा चारा दिया जा रहा है गायें निर्वल हो गयी है इनकी देखभाल हेतु 03 व्यक्ति लगाये गये 01 व्यक्ति यदा कदा गायों की देखभाल करता 02 व्यक्ति प्रधान के व्यक्तिगत पशुओं की देखभाल व गृह कार्य करते है। यह गौशाला की गाय बीमार होकर हर बर्ष कई गाय मृत हो जाती है और गौशाला में वाउन्डरी वाल निर्मित नहीं कराई गयी जाली व झांकर लगाये गये हैं यह गाये रात में निकल जाती है जो कृषकों की फसल चर कर नष्ट कर रही है।ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत में अभी तक कोई खुली मीटिंग नहीं बुलाई गयी है प्रधान अपने सचिव को घर बैठाकर ग्राम के विकास कार्यों की कार्य योजना मनमानी तरीके से बनवाकर कुछ सदस्यों को अपने पाले में करके कार्य सम्पादित कर रहे हैं तथा मनरेगा योजनान्तर्गत ग्राम पंचायत में यदा कदा मौके पर काम किया गया और ज्यादातर फर्जी स्टीमेट बनाकर कागजों में ही कार्य दिखाकर सरकारी पैसा अपने मनमेली जॉव कार्ड धारकों के खाते में डालकर उगाही की जा रही हे कुछ व्यक्ति ऐसे हैं जिन्हें बृद्वापेंशन मिल रही 60 वर्ष से ऊपर के है जो रघु पुत्र राजाराम व झल्लन पुत्र लक्ष्मन व गयाप्रसाद पुत्र सदोले, गयापाल पुत्र देवलालपाल आदि है इन व्यक्तियों के मनरेगा मस्टररोल भरकर खातों पैसा डालकर उगाही की जा रही है जिसके साक्ष्य संलग्न है। ग्राम जो भी चकवध हैं इन चकवधों को मनरेगा में कागजों में काम कराना दिखाये जा रहे मौके पर कतई काम नहीं कराये गये है तथा ग्राम पंचायत की आवादी में कई रास्ते कीचडयुक्त पड़े हैं व नालियों निर्मित होनी है यह कार्य कतई नहीं कराये जा रहा है कागजों में काम दिखाकर फर्जी भुगतान करा लिये जा रहे है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए मामले की जांच करवाये जाने की मांग उठाई है।
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