चंबल, सिंध और कुंवारी नदी उफान पर तीनों के पानी से यमुना ने धरा रौद्र रूप
वीरेंद्र सिंह सेंगर
पंचनद धाम औरैया। संपूर्ण देश में एकमात्र धार्मिक पौराणिक, ऐतिहासिक एवं पांच पवित्र नदियों यमुना, चंबल, सिंध, पहूज और कुंवारी के पवित्र महासंगम पंचनद धाम तीर्थ क्षेत्र एक बार चंबल, सिंध और कुंवारी नदियों आई बाढ़ से यमुना नदी बाढ़ की चपेट में दिखाई दे रही है जिससे नदी रौद्र रूप धारण कर चल रही है जो नदी तट से ग्रामों की ओर बढ़ रही है जिससे लोगों में भय और चिंता की स्थिति देखी जा रही है।
बताते चलें कि विगत 2 वर्ष पहले इस क्षेत्र में यमुना नदी का जो रौद्र रूप तटवर्ती लोगों ने देखा था उससे संपूर्ण क्षेत्र के तटवर्ती ग्रामों में भयानक स्थिति पैदा हो गई थी जिससे लोगों को विस्थापित होना पड़ा था और करोड़ों रुपए की फसलों के साथ-साथ मकानों का नुकसान हुआ था उसी को दृष्टिगत रखते हुए क्षेत्र में एक बार पुनः लोगों में दहशत फैली हुई है लेकिन सचेत एप और आपदा प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार चंबल नदी में 26000 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो आज शाम तक बढ़ेगा और देर रात तक चंबल नदी का जलस्तर कम होने की संभावना है जिससे बाढ़ का खतरा कम हो सकता है फिर भी तीनों जनपदों विशेष रूप से औरैया, इटावा और जालौन के शासन प्रशासन को चाक-चौबंद रहना होगा कि कहीं और किसी नदी का जल इसमें ना आ जाए जिससे क्षेत्र में भयावह स्थिति बन जाए इसलिए लोगों को जानकारी और चेतावनी समय-समय पर देनी आवश्यक है।
वहीं सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि मध्य प्रदेश से आने वाली हमीरपुर जनपद में बेतवा नदी उफान पर चल रही है जिससे यमुना नदी का जलस्तर पानी में बेतवा नदी के पानी की रोक के कारण यमुना नदी का जलस्तर लगातार और अधिक तीव्र गति से बढ़ रहा है जिससे यमुना नदी तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों में भय और दहशत देखी जा रही है।
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