दबंगों द्वारा जबरन मकान पर नाजायज कब्जा करने की शिकायत डीएम से
अमित गुप्ता
संवाददाता
कुठौंद (जालौन) कुठौंद थाना क्षेत्र के अंर्तगत पड़ने वाले ग्राम अतरछला निवासी श्रीमती अनीता देवी पत्नी कमलेश प्रजापति के पुत्र योगेश प्रजापति ने आज मंगलवार को जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि प्रार्थिनी अपने पैत्रिक मकान में अपनी पुत्री कु० चेतना के साथ ग्राम अतरछला, थाना कुठौन्द में निवास करती है तथा उसका पति कमलेश प्रजापति इन्दौर में रहकर प्राईवेट मजदूरी करता हैं। प्रार्थिनी के पड़ौसी मानवेन्द्र सिंह, शत्रुघन सिंह, योगेन्द्र सिंह, राजवीर सिंह पुत्रगण विजय बहादुर सिंह, श्रीमती बेबी देवी पत्नी विजय बहादुर सिंह तथा विजय बहादुर पुत्र स्व० श्रीपाल सिंह प्रार्थिनी के मकान को गुण्डागर्दी के बल पर जबरन छीनना चाहते हैं। इसी बजह को लेकर आये दिन उक्त लोग प्रार्थिनी व उसकी पुत्री को भद्दी-भद्दी गालियां देकर अपमानित व वेईज्जत करते हैं जिससे वह मकान खाली करने को मजबूर हैं।आरोप है कि 24 जून की शाम 5.00 बजे प्रार्थिनी अपनी पुत्री के साथ अकेली घर पर थी। उसी समय उक्त लोग प्रार्थिनी के मकान में जबरन घुस आये तथा गन्दी गन्दी गालियां देते हुये कहने लगे कि तुमने अभी तक मकान खाली नहीं किया। हम तुम्हारा मकान गिरा देगे । जिस पर प्रार्थिनी ने मना किया तो आग बबूला होकर उक्त लोगों ने प्रार्थिनी व उसकी पुत्री की मारपीट की तथा उसका टच मोबाईल छीनकर कुचलकर फेंक दिया जिसकी रिपोर्ट लिखाने प्रार्थिनी थाना कुठौन्द गयी उसी दौरान उक्त लोगों ने एक राय होकर प्रार्थिनी के मकान की पक्की दीवार तोड़कर गिरा दी। जब प्रार्थिनी थाना से वापस लौटी तो उक्त लोगो ने कहा कि अभी तो दीवार तोड़ी है अगर एक हफ्ते में मकान खाली करके नहीं भागी तो तुम्हें व तेरे परिवार वालो को जान से मार देगे। उक्त लोग ठाकुर विरादरी के दबंग अपराधिक किस्म के ब्यक्ति है तथा प्रार्थिनी के मकान को गुण्डागर्दी के बल पर हासिल करना चाहते हैं। प्रार्थिनी पुनः थाना गई और तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराने की प्रार्थना की। किन्तु उक्त लोगों की थाना पुलिस से सांठ-गांठ होने के कारण पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। तो प्रार्थिनी ने क्षेत्राधिकारी से भी उक्त घटना की शिकायत की किन्तु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। उक्त लोगों के हौंसले बुलन्द हो गये है। गांव में प्रार्थिनी की विरादरी का मात्र एक परिवार रहता है जबकि ठाकुरों की बड़ी जमात है। उनके विरूद्ध कोई कुछ कहने व सुनने वाला नहीं है। प्रार्थिनी उनके आतंक व भय से बुरी तरह भयभीत है। जिससे किसी प्रकार की जघन्य अपराध होने की पूर्ण आशंका है।शिकायती पत्र के माध्यम से पीड़ित ने जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है।
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