सरकारी गूल को पाट कर बिल्डरों ने डामर रोड डालकर किया अतिक्रमण, कोर्ट के आदेश पर पालिका की गर्ज़ी जे सी बी
कोंच (जालौन)- तमाम शिकायतों के बाद जब सरकारी गूल पाट कर बनाई गई सड़क नही हटी तब किसान ने उच्च न्यायालय का सहारा लिया आखिरकार न्यायालय ने किसान की बात सुनी और गूल से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए तब कही जाकर नगर पालिका ने जेसीबी से गूल पर बनी सड़क हटाने की कार्रवाई शुरू की।
नगर पालिका की सीमा बड़ने के बाद नगर से सटी जमीनों की कीमत काफी बढ़ गयी वहां पर किसानों के खेतों के लिए गूल और चकरोडो को भी प्लाट में बदलने का काम बिल्डरों द्वारा शुरू कर दिया नगर के पंचानन चौराहे के समीप राजस्व विभाग की गूल 1217 जिसकी लम्बाई सदर लेखपाल अखिलेश कुशवाहा के द्वारा एक किलोमीटर बताई गई बिल्डरों ने इस पूरी गूल को पाट कर पक्की डामर की सड़क बना दी जिससे वहां खेती करने बाले किसान परेशान हो गए उन्होंने गूल पर अतिक्रमण की तमाम शिकायते की लेकिन कोई भी गूल पर बनी पक्की सड़क को हटाने को तैयार नही हुआ थक हारकर किसान मनोज कुमार यादव ने उच्च न्यायालय की शरण ली उच्च न्यायालय से मिले निर्देश के बाद नगर पालिका के ईओ पवन किशोर मौर्या सदर लेखपाल के साथ वहां पहुँचे और सरकारी गूल की पैमाईश कराकर उस पर बनी सड़क को जेसीबी से खुदवाया आश्चर्य की बात यह कि गूल पर सड़क किसने बनाई इसका पता स्थानीय प्रशासन अभी तक नही लगा पाया नगर पालिका के ईओ का कहना है कि सीमा विस्तार के बाद यह इलाका नगर पालिका के अधिकार क्षेत्र में आ गया उन्हें नही पता कि गूल पाट कर सड़क का निर्माण किसने किया उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद उन्होंने गूल का अतिक्रमण हटवा दिया है।
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