उलमाओ ने दिया पैगाम-गौस पाक की जिंदगी पर करें अमल
अमित गुप्ता
उरई जालौन
उरई (जालौन । 11वीं शरीफ के मौके पर मंगलवार को दम दम दस्तगीर गौस-ए-आजम मेरे पीर के नारे से मुस्लिम इलाका गुलजार रहा। जगह-जगह कुरानख्वानी व फातिहाख्वानी हुई। गरीबों को खाना खिलाया गया। मुस्लिम समुदाय के लोग सुबह से ही उत्साहित थे। बच्चों में गजब का उमंग थी। महिलाएं भी कुरान की तिलावत में मशरूफ रहीं। कई जगहों पर अजीमुश्शान जलसे हुए। उलेमाओं ने बलियों के सरदार हजरत गौस पाक अब्दुल कादिर जिलानी की जिंदगी व उनके पैगामों पर रोशनी डाली।
बता दे कि हर साल की तरह इस साल भी बलियो के सरदार गौस-ए-पाक की यौमे पैदाइश का जश्न शहर की मस्जिदों, मदरसो व घरो में सुबह से ही शुरु हुआ। इस दौरान उलमाओ ने गौस-ए-पाक की जिंदगी पर रौशनी डाली, और उनके नक्श-ए-कदम पर चलने की इल्तिजा की। पैगाम दिया कि बुजुर्गो से मुहब्बत करें। कुरआन पाक की तिलाबत करें। नमाज पढ़े। रोजे रखें। बुराईयों से तौबा करें। नेक राह पर चले। दोपहर को मोहल्ला तिलक नगर में गौस-ए-पाक की दरगाह पर मेले का भी आयोजन किया गया। इस दौरान महिलाओ ने गौस-ए-पाक की मजार पर अपने बच्चों के लिए जीवन खुशहाली की दुआएं मांगी। तो वही शहर के मुस्लिम बहुल्य मोहल्लों से जुलूस- ए- गौसिया निकाला गया। गलिया इबादत और मुहब्बत के इस जश्न में गुलजार होती गईं। कमेटी के संरक्षक समाजसेवी युसूफ अंसारी ने मेले का फीता काटकर शुभारंम किया। ख़ादिम इन्तेजार शाह व कुल्लन शाह देश में अमन चैन क़ायम रहने की दुआएं की। अंजुमन गुलामने कमेटी के अध्यक्ष तौसीफ रहमानी, आसिफ अंसारी, सईद अंसारी के द्वारा बाबा के दरबार को रंग बिरंगी रौशनी से सजाया गया। इस दौरान सद्दाम बरकाती, अशरफ चेन्नई, हाफिज शोएब अंसारी आदि लोग मौजूद रहे।
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