सस्ते के चक्कर में पहुंचे जन औषधि केंद्र, थमा रहे महंगी दवा

Jan 13, 2025 - 08:24
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सस्ते के चक्कर में पहुंचे जन औषधि केंद्र, थमा रहे महंगी दवा

उरई, जालौन। पीएम जन औषधि केंद्र से बिक रही है ब्रांडेड दवाएं, मरीजों को देनी पड़ रही दोगुनी कीमत जिला अस्पताल के प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र से सस्ती जेनरिक दवाओं की जगह महंगी ब्रांडेड दवाएं बेची जा रही हैं। 6.82 रुपए में मिल पाने वाली दवा को मरीज 20.50 रुपए में खरीद रहा है। यह उदाहरण केवल एक गैस की दवा का है, जिसे हर मरीज को दिया ही जाता है। इस बड़ी गड़बड़ी का खुलासा शनिवार को स्टिंग में हुआ है। सस्ती दवाएं रहते हुए मरीजों को महंगी ब्रांडेड दवाएं देते कर्मचारी कैमरे में कैद हुए हैं। दुकान संचालक का कहना है कि जन औषधि केंद्र से ब्रांडेड व खुले बाजार की जेनरिक दवाएं बेचने उसने अनुमति ली है। जबकि सीएमओ ने बताया कि उन्होंने ऐसी कोई अनुमति नहीं दी है। जिला अस्पताल में रोजाना औसतन 800 मरीज आते हैं। करीब 50% यानी कि 400 मरीजों को अन्य दवाओं के साथ गैस की दवा की जरूरत होती है। इस मनमानी से केंद्र संचालक को एक दवा के एवज में रोज 5200 रुपए का फायदा और मरीजों को उतने का ही नुकसान हो रहा है। इसी तरह दो दर्जन से ज्यादा प्रकार की एथिकल, ब्रांडेड महंगी दवाएं रोज जिला अस्पताल आने वाले मरीजों को खुलेआम बेची जा रही है। इतना ही नहीं कई प्रकार के सर्जिकल प्रोडक्ट भी बाजार मूल्य से दोगुनी कीमत पर बेच रहे हैं। 2 केस से समझिए, जनऔषधि केंद्र में ऐसे चल रहा खेल

केस-1 : जेनरिक की जगह तीन गुना में ब्रांडेड दवा दी 35 वर्षीय सरिता ने बताया कि शनिवार को जिला अस्पताल की डॉक्टर ने उसे 30 दिन के लिए 3 दवाएं लिखी। अस्पताल के दवा कक्ष से दो दवाएं मिल गई, तीसरे के लिए पीएम जन औषधि केंद्र भेजा गया। यहां ओमेकोप ब्रांड नेम की दवा 20 रु. में 10 गोली दी गई। जबकि पड़ताल में उसी केंद्र में यह दवा 6.80 रुपए में उपलब्ध मिली।

केस-2 : 150 की दवा के रहते 370 रुपए वाली थमाई 25 वर्षीय रानी ने बताया कि पाइल्स की वजह शनिवार को वह जिला अस्पताल गई। परेशानी पूछने के बाद डॉक्टर ने दो दवाएं, एक क्रीम व दूसरा सीरप बाहर से लेने को कहा। मुख्य द्वार के जनऔषधि केंद्र से दोनों दवाओं को 370 रु. में खरीदा। जबकि यही दवाई उस केंद्र में 150 से भी कम कीमत की उपलब्ध थी। फिर भी नहीं दी।

इस मामले में जब सुचना सीएमओ जिला जालौन डॉ एन डी शर्मा को दी गई उन्होंने बताया कि इसकी विस्तार से जांच होगी इस केंद्र का हेड ब्रेन पावर एचआर मैनेजमेंट है जिसका ऑफिस आगरा में है शासन को इनके मुख्य कार्यालय की जंच कारवाने के लिए पत्र लिख दिया गया है व औषधि आयुक्त/निरीक्षक को भी।।

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