रमजान बरकतों वाला महीना है, इसे गफलत में न गुज़ारे - इरशाद अशरफी

Mar 3, 2025 - 19:57
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रमजान बरकतों वाला महीना है, इसे गफलत में न गुज़ारे - इरशाद अशरफी

अमित गुप्ता 

कालपी जालौन नगर के प्रमुख इस्लामिक शिक्षण संस्थान मदरसा गौसिया मजीदिया में आयोजित कार्यक्रम में प्रबंधक हाफिज इरशाद अशरफी ने कहा कि मजहबे इस्लाम में माहे रमजान-उल-मुबारक की बड़ी शान व मर्तबे बयान किए गए हैं और इस मुबारक महीने का चांद नजर आते ही हर मुसलमान के चेहरे पर खुशी दिखने लगती है।

 उन्होंने बताया कि अल्लाह तआला का हम लोगों पर बड़ा एहसान करम है कि उसने हमें माहे रमजान जैसी नेमत से नवाजा है तो हमें चाहिए कि हम अपने परवरदिगार के हुक्म को मानते हुए रमजान के रोजे रखे और अगर किसी शरई मजबूरी की वजह से रोजा ना रख पाए तो किसी के सामने कुछ भी ना खायें ।रमजान का और रोजेदार का एहतेराम करें और अल्लाह ने हम पर जो चीजें मना व हराम फरमाई हैं हम उससे बचें। रमज़ान मुबारक के महीने में अपने माल के ज़कात की रकम से ग़रीब मज़लूम बेसहारा लोगो की मदद करे। 

उन्होंने बताया कि ये महीना बहुत ही बरकत वाला महीना है। और इस मुबारक महीने में ही अल्लाह तआला ने कुरान पाक को नाजिल फरमाया(उतारा) है। तो हमें चाहिए कि इस महीने में खूब ज्यादा से ज्यादा क़ुरआन की तिलावत करें।

हाफिज इरशाद अशरफी ने कहा कि जिसे इस मुबारक महीने के रोजे रखने का मौका मिल जाए उसे अपने आप को बड़ा खुशनसीब समझना चाहिए इसलिए पूरे रमजान के रोजे रखो और नमाज अदा करो। इस मुकद्दस माहे रमजान में रोज़ेदार अपने रब से दुआ करें। पवित्र रमजान महीने की शुरुआत होते ही मस्जिदों तथा इबादत गांहो में भारी रौनक दिखाई दी। शाही जामा मस्जिद, खनकाह मस्जिद राजेपुरा ,बड़ी मस्जिद ,मुड़िया गुम्बद मस्जिद में तराबीह तथा नमाज पढ़ने वालों की भारी भीड़ उमड़ रही है। 

फोटो - हाफिज इरशाद अशरफी

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