सिगटौली और नवादा में प्रशासन ने रात्रि में हटाई बाबा साहेब की प्रतिमाएं, लोगों में आक्रोश

माधौगण जालौन। तहसील माधौगढ़ के गोहन थाना क्षेत्र के ग्राम सिगटौली और नवादा में स्थापित की गई डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को शुक्रवार की रात्रि करीब 2 बजे भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हटा दिया गया। प्रतिमा को अवैध बताते हुए प्रशासन ने जेसीबी से स्थल को ध्वस्त कर दिया। घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
जानकारी के अनुसार, गांव सिगटौली में 31 मार्च को ग्राम प्रधान व ग्रामीणों की सहमति से एक स्थान पर डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की गई थी। ग्रामीणों का कहना है कि प्रतिमा स्थापित करने से पहले 23-24 मार्च को पंचायत भवन में बैठक कर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था। प्रस्ताव भी पास किया गया और प्रशासनिक अनुमति के लिए कागजी कार्रवाई की बात कही गई थी। लेकिन शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात को एसडीएम माधौगढ़ मनोज कुमार सिंह, सीओ रामसिंह व कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और प्रतिमा को हटवा कर अपने साथ ले गए। साथ ही प्रतिमा स्थल को जेसीबी की मदद से तोड़ दिया गया।
इस कार्रवाई के दौरान ग्राम प्रधान सुभाष चंद्र प्रजापति, उनके भाई गिरीश प्रजापति समेत छह लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनमें नवादा गांव के सुखराम, अजय, धर्मेंद्र और धीरज शामिल हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि थाना गोहन में उन्हें न तो हिरासत में लिए गए लोगों से मिलने दिया गया और न ही कोई स्पष्ट जानकारी दी गई।
ग्रामीणों ने प्रशासन पर अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर प्रतिमा अवैध थी तो पहले सूचना दी जानी चाहिए थी, वार्ता होनी चाहिए थी। बिना सूचना के रात में की गई यह कार्रवाई तानाशाही प्रतीत होती है। एसडीएम मनोज कुमार सिंह का कहना है कि मूर्ति बिना अनुमति के रखी गई थी। किसी को हिरासत में लेने की बात से उन्होंने इनकार किया है। उनका कहना है कि “किसने कहा कि कोई पकड़ा गया? हमारे नोलेज में नहीं है। मूर्ति खुद लोगों ने सम्मानपूर्वक हटा दी थी।
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