टीकाकरण और सर्विलांस में न बरती जाए लापरवाही-सीएमओ
जिला संवाददाता
अमित गुप्ता
उरई (जालौन) स्वास्थ्य विभाग और विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से टीकाकरण और सर्विलांस को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन एक होटल में किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनडी शर्मा ने कहा कि बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण जरूरी है। किसी भी बच्चे और गर्भवती का टीकाकरण छूटने न पाए। अभियान चलाकर शत प्रतिशत टीकाकरण किया जाए। सब रीजन टीम लीडर (एसआरटीएल) डॉ. बीएस चंदेल ने कहा कि खसरा रुबैला के एक भी केस छूटने न पाए। सभी केसों को समय से रिपोर्टिंग की जाए। किसी भी लक्षण वाले केस को भी रिपोर्ट किया जाए ताकि उस पर निरोधात्मक कार्रवाई की जा सके। नो मीजल्स, नो रुबैला डिस्कार्ड रेट में सुधार किया जाए।डब्लूएचओ की सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर डॉ. अन्विता मिश्रा ने कहा कि किसी भी टीकाकरण पर यदि किसी तरह का रिएक्शन होता है तो उसकी भी रिपोर्टिंग की जाए। एडवर्स ईविन फालोविंग इम्युनाइजेशन सिस्टम (एईएफआई) पर विशेष गौर किया जाए। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. देवेंद्र कुमार भिटौरिया ने कहा कि 15 साल तक के किसी भी बच्चे का कोई भी अंग किसी भी कारण से यदि अचानक लुंज या कमजोर हो गया हो तो ऐसे केसों की रिपोर्टिंग करना जरूरी है। यदि किसी व्यक्ति को बुखार के साथ चकत्ते या दाने हो तो ऐसे भी केसों की रिपोर्टिंग की जाए। इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति को बुखार गले में दर्द या टांसिल का लाल होना या खांसी के साथ भारी आवाज होना हो तो ऐसे लक्षणों को गलाघोंटू का लक्षण मानते हुए उसकी भी रिपोर्टिंग करें। कांली खांसी और नवजात के टिटनेस के केसों को भी रिपोर्टिंग करना जरूरी है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि एकायक अंग लुंजपुंज, खसरा (मीजल्स व रुबैला), डिप्थीरिया (गलाघोंटू), काली खांसी और नवजात टिटनेस की रोकथाम के लिए टीकाकरण किया जाता है। इसका टीकाकरण शत प्रतिशत कराना सुनिश्चित किया जाए। मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ. प्रशांत कुमार ने कहा कि जो भी बीमारियां है, उसके बारे में मेडिकल कॉलेज को ओर से सर्विलांस टीम को समय से रिपोर्टिंग की जाएगी ताकि उनके इलाज की समुचित व्यवस्था की जा सके। इस कार्यशाला में वीसीसीएम अजय महतेले, एपीडेमोलॉजिस्ट महेंद्र कुमार, आरपी विश्वकर्मा, अजय कुमार राठौर, हरिओम त्रिपाठी, विनेश कुमार, डॉ. छवि जायसवाल, डॉ. एसके पाल, टीपी गौतम, डॉ. जया वर्मा, सुरेंद्र कुमार, डॉ विनोद कुमार, डॉ. सर्वेश राजपूत, डॉ. दिनेश वरदिया, वीरेंद्र कुमार, डॉ. तारा शहजानंद, कमलेश त्रिपाठी, जसराज शर्मा, कमलेश राजपूत, अजय चौहान, डॉ. विनोद कुमार, मोहिनी गुप्ता, शिप्रा राजपूत आदि मौजूद रहे।
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