अवध की होली में सराबोर हुए दर्शक
मनोज तिवारी ब्यूरो चीफ अयोध्या
अयोध्या रामकथा पार्क में बीती शाम भक्तगण जमकर रामरंग की होली में सराबोर होते रहे। मर्यादा और भक्ति का संगम सुर, ताल के साथ, *अवध की होली* में सभी को आनंदित कर रहा था। लखनऊ की निधि श्रीवास्तव और उनके दल ने रामोत्सव में होली खेलत अवध के नर नारी,से राम सिया की होली का आरंभ किया । इसके बाद होली खेलत अवध में श्रीराम, लखन सिया के संग, और होली खेल रही सिया सरकार,प्रेम रंग बरस रहा पर भाव नृत्य किया तो फूलो की पंखुड़ियों को बौछार में सभी इस उल्लास में सम्मिलित हो गए। कृष्ण,महादेव से इतर प्रेम और मर्यादा की होली का स्वरूप देखकर सभी भाव विह्वल हो रहे थे। श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में स्वरूपों ने कोमल भाव से नृत्य करते हुए "खेले अवधपुरी में अबीर,अनुज संग रघुनायक रघुबीर" सभी पर कृपा वर्षा करके निहाल कर दिया।उत्तराखंड के कलाकारों ने पहाड़ों पर कठिन जीवन शैली को सरलता से जीने की राह बताते हुए घसियारी नृत्य किया । इसके बाद पहाड़ों की निश्छलता को व्यक्त करता लोक नृत्य "मैं पहाड़न,मेरा देश पहाड़ी" सभी को मुग्ध कर गया। इस दल के तीन पीढ़ियों ने एक साथ नृत्य करके संस्कारो को संजोने की परंपरा प्रस्तुत की। 75 वर्षीय सुषमा को नृत्य करते देखना प्रेरक था।उज्जैन से आए लोक गुंजन के कलाकारो ने लोक गीत डाक बाबू पर नृत्य करके भगवान राम के दरबार में अपनी प्रार्थना की। इसके बाद ढोल की धुन पर पारंपरिक राजस्थानी नृत्य किया और फिर राधा कृष्ण के प्रेम के रंग को मंच पर राधा रानी ना कर बरजोरी करके उड़ाया तो दर्शक बरबस तालियों से साथ देने लगे। नमामि भक्त वत्सलम पर भाव नृत्य प्रस्तुत किया अनेष रावत और उनके दल ने तो सभी रामजी की आराधना में मगन हो गए। इसके बाद राम भजो पर मिताली वर्मा,वर्तिका और सोनम ने राम वंदना प्रस्तुत करके कथक के जादू में सभी को बांध लिया। राम रावण के युद्ध प्रसंग पर सारे कलाकारो का अभिनय बेजोड़ था। दर्शक अपलक मंच पर घटती घटनाओं को देख रहे थे। श्रीलंका की कलाकार इहारा इस दल का आकर्षण थी।राजस्थान का चकरी नृत्य बेहद तीव्र गति से किया जाने वाला नृत्य है जिसे राजस्थान से आए कैलाश नारायण और दल के कलाकारो ने प्रस्तुत किया। ढोल की थाम पर गायकों के ऊंचे सुर पर तीव्रता से नृत्य करती हुई महिला कलाकारो ने समां बांध दिया। तालियों से पूरा पांडाल रह रहकर गूंज रहा था।कार्यक्रम का संचालन आकाशवाणी के उद्घोषक देश दीपक मिश्र ने भक्तिमय अंदाज में किया। कलाकारो का सम्मान कार्यक्रम समन्वयक अतुल कुमार सिंह ने स्मृति चिह्न प्रदान करके किया। इस अवसर पर सिवांश त्रिवेदी,आकांक्षा, अपूर्वा,धीरज सिंह,मनीष समेत संतजन और भरी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे
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