भगवान का भक्त कभी गरीब नहीं होता -- कथा व्यास पं श्री सुधीर कृष्ण शास्त्री
जिला संवाददाता कृष्णकांत (के 0 के) श्रीवास्तव जालौन
एट (जालौन) एट के समीपस्थ ग्राम मवई मे सिद्ध स्थान श्री बरुआ वाली माता मंदिर पर विगत दिनों से चल रही संगीत मय श्रीमद् भागवत कथा का भव्य आयोजन पिडारी एवं श्री वृंदावन धाम से पधारे बुंदेलखंड क्षेत्र के सुप्रसिद्ध भागवताचार्य पं श्री सुधीर कृष्ण शास्त्री महाराज जी के मुखारविंद से सुंदर संगीत में कथा का विस्तार से वर्णन किया जा रहा है कथा के विश्राम दिवस शास्त्री जी के द्वारा जरासंध वध पांडवों का राजसूय यज्ञ भगवान श्री कृष्ण का विदुर जी के यहां आगमन के उपरांत सुंदर सुदामा चरित दत्तात्रेय के 24 गुरुओं की कथा गृहस्थों का धर्म संन्यासी वानप्रस्थो का धर्म यदुवंश का संघार तक्षक के द्वारा परीक्षित का मोक्ष श्री भागवत महापुराण की महिमा का वर्णन किया गया जिस समय शास्त्री जी ने कथा के माध्यम से श्री सुदामा चरित का वर्णन किया तो सभी श्रोता भाव विभोर हो गए और कथा के दौरान उन्होंने कहा जो चने सुदामा जी ने चबाए थे वह चने श्रापित थे ऋषि दुर्वासा के द्वारा जो भी मनुष्य उन चनों को खाएगा वह गरीब हो जाएगा तो सुदामा जी ने विचार किया कि यह श्रापित चने गुरु माता ने हमारे मित्र कृष्ण को व हमको दिए हैं अगर मैंने चना की कथा श्री कृष्ण को सुना दी तो श्री कृष्ण यह चने मुझे नहीं खाने देगा और स्वयं खा जाएगे चनो का श्राप श्री कृष्ण को गरीब बना देगा इसलिए सुदामा जी ने विचार किया कि अगर मैं गरीब हो गया तो कोई बात नहीं मे ब्राह्मण हूं भिक्षा मांगकर भी जीवन यापन कर लूंगा लेकिन अगर श्री कृष्ण ने चने चबा लिए तो वह गरीब हो जाएगे वह तो राजकुमार है उसका जीवन संकट में हो जाएगा इसलिए सुदामा जी ने अपने मित्र की चिंता की और मित्र को बिना बताए उन चनो को स्वयं चाव गए जिस समय शास्त्री जी ने भजन गया अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो सभी श्रोता भाव विभोर हो गए कथा व्यास पं श्री सुधीर कृष्ण शास्त्री जी ने बताया जो भगवान का भक्त होता है सच्ची श्रद्धा से भगवान को मानता है भगवान उसकी रक्षा हर स्थिति में करते हैं इसलिए जीवन में चाहे कितना संकट आ जाए अपने धर्म को नहीं त्यागना चाहिए श्री सुदामा जी गरीब भले ही रहे हो लेकिन अपना धर्म नहीं त्यागा भगवान की भक्ति करते रहे इसलिए भगवान ने उनके ऊपर जरूर कृपा की कथा परीक्षित श्रीमती निर्मला पत्नी राघवेंद्र सिंह ने सुंदर कथा का श्रवण कर आरती एवं प्रसाद वितरण किया बताते चलें यह श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन समस्त ग्राम वासी एवं क्षेत्र वासियों के सहयोग से हो रहा है इस मौके पर कथा व्यास पं श्री सुधीर कृष्णा शास्त्री ( पिंडारी एवं श्री वृंदावन धाम ) एवं श्रीमद् भागवत कथा पाठ एवं सहायक पंडितश्री गौरव कृष्ण शास्त्री व पं योगेश शास्त्री मिश्रा जी कथा परीक्षित श्रीमती निर्मला पत्नी राघवेंद्र सिंह ठाकुर व श्री बरुआ वाली माता मंदिर पुजारी पं श्री डोलू बाबा व ऑर्गन वादक चंद्र प्रकाश शर्मा एवं तबला वादक अनूप परिहार पैड बादक साहब सिंह यादव एवं समस्त ग्राम वासी मवई,छिरावली, धुर ट टिकरिया,विरासनी, धमसेनी, गुमावली आदि ग्रामों के सैकड़ो श्रद्धालु मौजूद रहे
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