सुहागिनों के साथ क्वांरी कन्याएं भी रख सकती है हरतालिका तीजा ब्रित

Sep 7, 2024 - 18:40
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सुहागिनों के साथ क्वांरी कन्याएं भी रख सकती है हरतालिका तीजा ब्रित

जिला संवाददाता 

अमित गुप्ता 

कालपी(जालौन)

कालपी/जालौन हिन्दू सनातन धर्म में एक से बढ़कर एक कठिन वृत होते हैं उसमें हरतालिका तीजा वृत भी पांच पहर का निर्जला वृत है जिसे सुहागिनों द्वारा पति की लम्बी और सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए और क्वांरी कन्याएं मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए इस वृत को रखती हैं!

हिन्दू पंचांग के अनुसार हर साल भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया पर हरतालिका तीजा का वृत किया जाता है ! महिलाओं के लिए यह वृत शुभ फल दायक माना गया है!

 इस वर्ष 6 सितम्बर शुक्रवार को यह वृथ प्रारम्भ हुआ ।मान्यता है कि इस वृत को पहली बार मां पार्वती ने भगवान शंकर को प्राप्त करने के लिए रखा था।

हरतालिका तीज पर पांच प्रहर यानी दिनभर में महिलाएं दिनभर में पांच बार पूजा करती हैं।मिट्टी के शिवलिंग बनाती हैं।तीज के बाद चतुर्थी की सुबह मिट्टी से बने शिव जी पार्वती जी और गणेश जी की पूजा की जाती है ।पूजा के बाद पवित्र नदी तालाब य अन्य जलश्रोत मे इन मूर्तियों को विसर्जित किया जाता है।इस पूजा के बाद महिलाओं द्वारा दान पुण्य किया जाता है और फिर महिलाएं अन्न जल ग्रहण करती हैं।

जैसा कि माना जाता है कि तीज यानी तृतीया तिथि की स्वामी देवी पार्वती हैं। हरतालिका तीज व्रत के सम्बन्ध में पौराणिक मान्यता है कि सबसे पहले देवी पार्वती ने ही ये वृत किया था ।पार्वती जी शिव जी को पति के रूप में पाना चाहती थीं और इसी कामना को पूरा करने के लिए देवी ने हरतालिका तीज से कठिन तप करना शुरू किया।देवी के तप से शिव जी प्रसन्न हुए और देवी को मनचाहा वर दिया था ।इसके बाद पार्वती व शिवजी का विवाह हुआ था।

हरतालिका तीज वृत नियम ध्यान रखें

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याद रखना है कि इस वृत के नियम शादीशुदा महिलाओं और अविवाहित महिलाओं के लिए एक समान ही हैं । शादीशुदा महिलाओं को यह वृत निर्जला रखना चाहिए जबकि कुवांरी कन्याएं इस वृत में फलाहार कर सकती हैं। हरतालिका तीज की पूजा सुबह के समय कि विधान है ऐसे में सुबह स्नान आदि से निवृत होने के बाद गौरी शंकर का ध्यान कर वृत का संकल्प लें। कन्याएं इस दिन विधि विधान से भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने के बाद अच्छे जीवन साथी की कामना करें और सुहागिनें पति की निरोगी दीर्घायु की कामना करें।इस वृत में इन सभी नियमों कि ध्यान रखने से आपकी मनोकामना पूर्ण होगी।

इनसेट-----

हरतालिका तीज वृत में बाजारों में भी रौनक रही सबसे अधिक भीड़ फलों की दुकानों में देखी गई

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हरतालिका तीज वृत में बाजारों में भी महिलाओं की भीड़ रही जहां महिलाएं सुहाग का सामान खरीद कर ही थीं वहीं फलों की दुकानों में तो सबसे अधिक भीड़ देखी गई मौके का लाभ उठाते हुए फल विक्रेताओं ने फलों के दामों में बेतहाशा बृध्दि कर दी।इस त्योहार में खीरा, बडा़ नींबू, नारियल, केला, सेल निबटाती ऐसे फल हैं जो मुख्य रुप से पूजा में चढ़ाए जाते हैं।इस वृत में गहने भी खरीदना शुभ माना जाता है लिहाजा सोने चांदी के जेवरों की दुकानों में भी महिलाओं को देखा गया ।

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