कोटेदार पर ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप,घटतौली की शिकायते सुनी- एसडीएम ने
अमित गुप्ता
उरई जालौन
उरई (जालौन) विकासखंड डकोर के ग्राम हरदोई गुर्जर में कोटेदार हरिश्चंद्र पाल के खिलाफ ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कोटेदार लंबे समय से राशन में घटतौली कर रहा है। इस मामले की शिकायत जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय को की गई थी, जिसके बाद सदर एसडीएम नेहा ब्याडवाल (आईएएस) और पूर्ति निरीक्षक प्रफुल्ल मिश्रा मौके पर जांच करने पहुंचे। वहां पर ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं और शिकायतें खुलकर उनके सामने रखीं। गांव के निवासी गोयेलाल ने बताया कि उनके राशन कार्ड में 10 यूनिट हैं, जिससे उन्हें 50 किलो राशन मिलना चाहिए, लेकिन कोटेदार हरिश्चंद्र पाल उन्हें केवल 30 किलो राशन ही देते हैं। इसी तरह, दूसरी शिकायतकर्ता रामश्री, पत्नी दयाराम, ने बताया कि उनके राशन कार्ड में 7 यूनिट जुड़े हुए हैं, लेकिन उन्हें केवल 27 किलो राशन ही मिलता है, जबकि उन्हें 35 किलो राशन मिलना चाहिए।गांव के निवासी दिनेश पुत्र नारायण दास ने बताया कि उनके अंत्योदय कार्ड पर उन्हें सितंबर महीने में 35 किलो राशन मिला, लेकिन इससे पहले हमेशा 30 किलो राशन ही दिया गया। दिनेश ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कोटेदार उन्हें यह कहकर कम राशन देता है कि उसे अधिकारियों को कमीशन देना पड़ता है, इसलिए 5 किलो राशन काट लिया जाता है।लक्ष्मी पत्नी मुनु ने आरोप लगाया कि उन्हें जून और जुलाई के महीने का राशन नहीं दिया गया था। जब उन्होंने अगस्त में शिकायत की, तो कोटेदार ने उन्हें अगस्त और सितंबर का राशन देना शुरू किया। लक्ष्मी ने यह भी कहा कि कोटेदार जबरन अंगूठा लगवाकर सरवर की समस्या का बहाना बनाता है और पूरा राशन हड़प लेता है। गांव के अन्य निवासियों ने भी कोटेदार पर घटतौली और दबंगई के आरोप लगाए। प्रेम सिंह पुत्र कामता प्रसाद ने बताया कि कोटेदार ने उनका राशन कार्ड निरस्त कर दिया। रविकांत तिवारी ने बताया कि जब वे कोटेदार की दुकान पर राशन लेने जाते हैं, तो कोटेदार उन्हें धमकाता है, जिस कारण उन्हें दूसरे गांव से राशन लेना पड़ता है।देवेंद्र सिंह पुत्र जियालाल ने भी शिकायत की कि उन्हें हर बार 2 किलो कम राशन दिया जाता है। गांव के निवासी गोविंद ने बताया कि उनके राशन कार्ड में 5 यूनिट हैं, लेकिन उन्हें केवल 22 किलो राशन ही दिया जाता है, जबकि 25 किलो मिलना चाहिए।गांव में आई एसडीएम नेहा ब्याडवाल ने ग्रामीणों की शिकायतें सुनीं और एक-एक करके उनसे पूछताछ की। जांच के बाद उन्होंने कोटेदार हरिश्चंद्र पाल को चेतावनी दी है कि अगर तीन महीने के भीतर फिर से कोई शिकायत मिली और सही पाई गई, तो उनका कोटा निरस्त कर दिया जाएगा।कुछ ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि कोटेदार ने अपने पक्ष में गांव के कुछ प्रभावशाली लोगों का समर्थन जुटाने की कोशिश की, ताकि वह अपने खिलाफ हो रहे आरोपों से बच सके। बलवान रजक नामक ग्रामीण ने बताया कि उनके राशन कार्ड में 5 यूनिट हैं, लेकिन उन्हें लगातार 22 किलो राशन ही मिल रहा है। उन्होंने 2020 में भी शिकायत की थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इस पूरे प्रकरण से यह स्पष्ट होता है कि कोटेदार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिसमें ग्रामीणों के राशन में भारी कटौती की जा रही है। यह मामला प्रशासनिक अधिकारियों के ध्यान में लाया गया है, और यदि उचित कार्रवाई नहीं होती है, तो यह घटतौली का मामला और बड़ा रूप ले सकता है।
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