एक मुख्य सेविका के भरोसे चल रहे 228 आंगनवाड़ी केन्द्र

अमित गुप्ता
कदौरा जालौन
कदौरा/जालौन कदौरा ब्लाक क्षेत्र मे संचालित 228 आंगनवाड़ी केन्द्रो मे मात्र एक सुपरवाइजर के भरोसे चलाया जा रहा है जब की सात पद खाली होने से ग्रामीण क्षेत्रो के बच्चों के लिए उक्त केंद्र मे संचालित योजनाओं का लाभ पाने के लिए कार्यकत्रियों की जी हुजूरी करने पड़ रही है |
गौरतलब है की बाल विकास परियोजना द्वारा ग्रामीण क्षेत्रो मे आंगनवाड़ी केन्द्रो का संचालन कर रही है जहाँ पर 6 माह से 6 वर्ष तक के बच्चों को खाना सहित उनके स्वास्थ की देख रेख भी की जाती है इतना ही नहीं गांव की गर्भवती महिलाओ के टीकाकरण व अन्य स्वास्थ संबधी जानकारी भी दी जाती है लेकिन ब्लाक क्षेत्र मे संचालित आंगनवाड़ी केन्द्रो का हाल बुरा है क्षेत्र मे 228 केंद्र संचालित है जिसमे की मात्र 120 केंद्र का भवन विभाग के पास है वही 97 केंद्र सरकारी स्कूलों मे चल रहा है जब की 11 केंद्र पंचायत भवन व अन्य प्राइवेट स्थानों मे चलाया जा रहा है जबकि ब्लाक क्षेत्र मे 8 न्याय पंचायत होने की वजह से आठ सुपरवाइजर की नियुक्त होनी चाहिए लेकिन मात्र एक नियुक्त होने से उनकी मनमानी चल रही है ब्लाक क्षेत्र मे 228 आंगनवाड़ी केन्द्रो मे 6 माह से 3 वर्ष तक के 7394 बच्चे पंजीकृत है जब की 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों की संख्या 10373 है और उक्त केन्द्रो पर 1739 गर्भवती महिलाओ की भी देखरेख की जाती है ऐसे मे एक सुपरवाइजर के भरोसे केन्द्रो का संचालन किया जा रहा है |
इनसेट 1 कदौरा | केंद्र व प्रदेश सरकार कुपोषण को जड़ से ख़त्म करने के लिए बड़े पैमाने पर योजनाएं संचालित कर रही है लेकिन विभाग के द्वारा गंभीरता न दिखाने पर आज भी हजारों बच्चे कुपोषित है ब्लाक क्षेत्र के 228 आंगनवाड़ी केन्द्रो पर दर्ज अभिलेखों पर गौर करें तो 1787 बच्चे कुपोषित ग्रस्त है जब की अति कुपोषित बच्चों की संख्या 15 है | वही जिला कार्यक्रम अधिकारी इफ्तिखार अहमद का कहना है कि उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है जल्द ही नियुक्तियां होंगी और समस्या का समाधान भी जल्द ही निकलेगा
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