दुग्ध पदार्थों का सेम्पिल भर जांच के लिए भेजा

कोंच (जालौन) तहसील क्षेत्र में नकली दुग्ध उत्पादनों का कारोबार बड़े ही जोर शोर से फल फूल रहा है क्योंकि सेम्पिल के नाम पर खानापूर्ति करके सिर्फ धन उगाही का लक्ष्य पूरा किया जाता है लक्ष्य पूरा होते ही सेम्पिल को जांच हेतु प्रयोगशाला भी नहीं भेजा जाता और पूरा मामला टांय टांय फिस्स हो जाता है प्रेस एक समाज का दर्पण है इससे अधिक उसके पास कुछ भी नहीं है और समाचार पत्रों में समाचार छपने के बाद दिखाउटी कार्यवाही शुरू होकर सैटिंग गैटिंग पर जाकर समाप्त हो जाती है जिसमें किसी हद तक राज नेता भी जिम्मेदार हैं ऐसा ही एक मामला तहसील क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में नकली खोया दूध और घी बनाने का कारोबार चलने का समाचार छापा गया जिसपर सुनील कुमार और कन्हैया लाल यादव ग्राम मऊ भरतपुर एवं सलैया बुजुर्ग मैं संचालित दूध डेरियों पर पहुंच गए और ग्राम सलैया में बबलू यादव का खोए का एवं मऊ में रमाकांत का घी का सेम्पिल ले लिया और उसे जांच के लिए भेज दिया लेकिन ये कार्यवाही कब तक चलती है या फिर एक दो दिन के अंदर ही मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है यह तो समय ही बताएगा।
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