जवाहर नवोदय विद्यालय उरई की प्राचार्य प्रतिमा पुरी के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस का किया गया आयोजन
ब्यूरो के के श्रीवास्तव जालौन
उरई जालौन जालौन आज जवाहर नवोदय विद्यालय उरई में प्राचार्या प्रतिमा पुरी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में लोगों को जानकारी दी I उन्होंने कहा राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू हुए तीन साल पुरे हो चुके हैं I इस नीति में 5-3-3-4 की शिक्षा प्रणाली लागू की गई है I इसकी मूल आत्मा में भावी ग्लोबल सिटीजन तैयार करने पर जोर दिया गया है I
नई शिक्षा नीति-2020 में शिक्षा को कौशल विकास के साथ जोड़ा गया है I जिससे हमारे विद्यार्थी जब स्कूली शिक्षा प्राप्त करके बाहर निकले तो वह अपने जीवन को आत्मनिर्भर बनने में सक्षम हों I
और अपने समाज को आगे ले जाने और देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करते हुए ज्ञान के क्षेत्र में भारत को विश्वगुरु व नॉलेज सुपर पॉवर के रूप में स्थापित कर सकें I जैसे कि 12 वी के बाद यदि एक वर्ष स्नातक में विद्यार्थी पढाई करता है और उसके बाद किसी व्यक्तिगत कारण से आगे की पढाई छोडनी पड़ती है तो उस विद्यार्थी का एक साल बर्बाद नहीं होगा I उसे एक वर्ष की पढाई पूरी करने पर ग्रेजुएट सर्टिफिकेट मिलेगा I जिसे वह आवश्यकतानुसार उपयोग कर सकता है I इसी प्रकार विद्यार्थी दो वर्ष स्नातक में अध्ययन करने पर डिप्लोमा सर्टिफिकेट और तीन वर्ष की पढाई करने पर स्नातक डिग्री ले सकता है I राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 भारतीय शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव २१ वी सदी के भारत की आवशयकताओ की पूर्ति में खरी उतरेगी अंत में जवाहर नवोदय विद्यालय प्राचार्या प्रतिमा पुरी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में लोगों को जानकारी दी I उन्होंने कहा राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू हुए तीन साल पुरे हो चुके हैं I इस नीति में 5-3-3-4 की शिक्षा प्रणाली लागू की गई है I इसकी मूल आत्मा में भावी ग्लोबल सिटीजन तैयार करने पर जोर दिया गया है I
नई शिक्षा नीति-2020 में शिक्षा को कौशल विकास के साथ जोड़ा गया है I जिससे हमारे विद्यार्थी जब स्कूली शिक्षा प्राप्त करके बाहर निकले तो वह अपने जीवन को आत्मनिर्भर बनने में सक्षम हों I
और अपने समाज को आगे ले जाने और देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करते हुए ज्ञान के क्षेत्र में भारत को विश्वगुरु व नॉलेज सुपर पॉवर के रूप में स्थापित कर सकें I जैसे कि 12 वी के बाद यदि एक वर्ष स्नातक में विद्यार्थी पढाई करता है और उसके बाद किसी व्यक्तिगत कारण से आगे की पढाई छोडनी पड़ती है तो उस विद्यार्थी का एक साल बर्बाद नहीं होगा I उसे एक वर्ष की पढाई पूरी करने पर ग्रेजुएट सर्टिफिकेट मिलेगा I जिसे वह आवश्यकतानुसार उपयोग कर सकता है I इसी प्रकार विद्यार्थी दो वर्ष स्नातक में अध्ययन करने पर डिप्लोमा सर्टिफिकेट और तीन वर्ष की पढाई करने पर स्नातक डिग्री ले सकता है I राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 भारतीय शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव २१ वी सदी के भारत की आवशयकताओ की पूर्ति में खरी उतरेगी I अंत में विद्यालय परिसर में विद्यालय स्टॉफ व स्कूली बच्चों द्वारा वृहद वृक्षारोपण किया गया।
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