इमाम हुसैन ने दीने मुहम्मदी की अज़मत की खातिर मैदाने कर्बला में सबको कुर्बान कर दिया - सय्यद इख्तियार

अमित गुप्ता
संवाददाता
कालपी /जालौन कालपी स्थानीय नगर के मुहल्ला मिर्जामंडी स्थिति मोहर्रम पर्व की 12 वी को इमाम चौक के मैदान में एक जलसा जिक्रे शहीदे आजम के नाम से मनाया गया कार्यक्रम मे कर्बला के शहीदो को याद किया गया।
बीती रात मे आयोजित कार्यक्रम में कानपुर से पधारे दावते इस्लामी के बेहतरीन मुबल्लिग हजरत सय्यद इख्तियार अत्तारी साहब ने कर्बला का वो मंजर बयान किया कि हर इंसान की आंखें नम हो गई और इमामे हुसैन ने अपनी जान और अपने सभी घरवालों व साथियों को मैदाने ए कर्बला में कैसे कुर्बान कर दिया ये उन्होंने अपनी तकरीर में बहुत ही अच्छे अंदाज में बयान फरमाया।
दारुल उलूम गौसिया मजीदिया के नाज़िमे आला अल्हाज हाफिज इरशाद अशरफी साहब भी इसमें मौजूद रहे और उन्होंने प्रोग्राम कराने वाले नौजवानों का हौसला अफजाई की। प्रोग्राम में दावते इस्लामी के कई मुबल्लिगीन हजरात ने हिस्सा लिया जिसमें हाफिज शाहनवाज अत्तारी, जनाब फहद अत्तारी, गुलाम गौस अत्तारी, सलमान अत्तारी ने भी इमाम हुसैन की शान में खिराजे अकीदत पेश की।
तकरीर से पहले गुलाम वारिस और नसरू अंसारी कादरी, हाफिज ज़ुफरान ने भी इमाम हुसैन की शान में कलाम पढ़े और अच्छा माहौल बनाया।आयोजक कमेटी के नौजवानों में मु० ऐजाज अंसारी, शादान अंसारी, मुन्ना अंसारी, गुलजार उर्फ समीर ने इस जलसे को सजाने कामयाब होने में अच्छी इन्तिजामात किया सरपरस्ती हाजी जहीरुद्दीन उर्फ मुन्ना हाजी जी ने की और प्रोग्राम खत्म होने के बाद सभी लोगों को लंगरे हुसैनी बितरण किया गया
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