रेलवे लाइन के दोहरीकरण की हद में आये भवन स्वामियों कोअधिग्रहण के बाद भी जमीन का मुआवजा नहीं मिला
कालपी/जालौन कालपी रेलवे लाईन के दोहरीकरण की हद में आये भवन स्वामियों को अधिग्रहण के बाद भी जमीन का मुआवजा नहीं मिला। प्रभावितों ने इस मामले में मण्डल रेल प्रबन्धक से शिकायत की है।
गत कुछ वर्ष पहले रेलवे लाईन दोहरीकरण परियोजना की जद में आये लगभग 1 दर्जन भवनों का अधिग्रहण रेल विकास निगम द्वारा किया गया था जिसमें निर्माण की क्षतिपूर्ति दे दी गई थी और जमीन का मुआवजा भी देने का आश्वासन दिया था लेकिन निर्माण पूरा हो जाने के बाद भी उन्हें जमीन के मुआवजे के रूप में एक धेला नही मिला है। सोमवार को परियोजना प्रभावित सन्तराम,नत्थू,फरीदा,कमरून,नजमा आदि ने स्टेशन प्रबन्धक अनिल मिश्रा को पत्र सौपने की कोशिश की तो उन्होने लेने इनकार कर दिया। प्रभावितों की माने तो वह अब मण्डल रेल प्रबन्धक झाँसी को रजिस्ट्रीकृत डाक से पत्र भेजेगे। मालूम हो कि जमीनी मामले में कुछ पेंच फंस गया था लेकिन अब तहसीलदार,एसडीएम और जिलाधिकारी कार्यालय से भूमि स्वामित्व की रिपोर्ट रेल विकास निगम को भेजी जा चुकी है। फिर भी वह रेलवे विकास बोर्ड व ठेकेदार के पाट में पिस रहे है।
What's Your Reaction?