पचोखरा धाम में चल रहे पंच कुंडीय श्री राम महायज्ञ में कवि डॉ कुमार विश्वास को राजेश्वरानंद अलंकरण सम्मान से नवाजा गया

व्यूरो के के श्रीवास्तव जालौन
एट जालौन कवि डॉ कुमार विश्वास ने राम कथा के साथ-साथ कविताओं से भी श्रोताओं को अपनी बातों से खूब लुभाया जालौन देश के जाने वाले विश्व विख्यात राम कथा वाचक गोलोकवासी स्वामी राजेश्वरानंद उर्फ राजेश रायामणी जन्म उत्सव पर पचोखरा धाम में चल रहे पांच कुंडीय श्री राम महायज्ञ में मंगलवार की देर रात देश के जाने माने कवि डॉ कुमार विश्वास ने गांव पहुंचकर गोलोकवासी संत राजेश्वरानंद रामायणी की समाधि पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी। उसके बाद अमर शांति आश्रम पचोकरा धाम की ओर से स्वामी राजेश्वरानंद अलंकरण सम्मान से सम्मानित किया गया
वही इसके बाद उन्होंने एक नए अंदाज में मौजूद भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि महाराज राजेश्वरानंद की मुख से निकलने वाला एक-एक शब्द हमें अपने जीवन को सुधारने का मंत्र देता था। उन्होंने कहा कि दृष्टि से कर्मों का फल तय होता है, जिसका उदाहरण रावण और हनुमान की दृष्टि के अंतर में और उनके परिणाम में दिखता है। उन्होंने कहां की में राजनीति में राम का नाम लेकर या राम का विरोध कर नहीं बना बल्कि राम कथा सुना कर आया। राजनीति में देखा तो शीघ्र छोड़ वापस आपके पास लौट आया हूं।
उन्होंने परम पूज्य संत राजेश्वरानंद को याद करते हुए कहा कि महान कथावाचक जिनकी याद की धरा पर देश के ऊंचे लोग आएंगे। इसके पूर्व अमर शांति आश्रम के महंत गुरु प्रसाद शर्मा एवं उनकी बहन भक्ति प्रभा ने कुमार विश्वास को राजेश्वरानंद अलंकरण से सम्मानित किया। कार्यक्रम को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे
What's Your Reaction?






