राम भरोसे रहता है पशु चिकित्सालय, डॉक्टर अक्सर रहते हैं नदारत
संवाददाता
अमित गुप्ता
कालपी/ जालौन नगर स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय के हाल ठीक नहीं है। यहां अक्सर ताला लटकता रहता है। जिसमें पशुपालक परेशान है। उन्हें पशुओं के इलाज के लिए झोलाछाप लोगों का सहारा लेना पड़ता है।नगर के मोहल्ला आलमपुर में बनखंडी देवी मंदिर के पास शासन ने लगभग तीन दशक पहले राजकीय पशु चिकित्सालय की स्थापना की थी जहां पर गाय भैंस घोड़ा बकरी कुत्ता बिल्ली सहित सभी प्रकार के घरेलू जानवरों का इलाज किया जाता है लेकिन विगत कुछ वर्षों से इस पशु चिकित्सालय की सेहत खराब हो गई है। आलम यह है। की जर्जर हो चुके भवन में चल रहे इस अस्पताल की हालत बेहद खराब है स्थिति यह है कि गत वर्ष यहां पर तैनात पशु चिकित्सा सेवानिवित्त हो गए थे। जिसके चलते यहां का चार्ज में महेवा स्थित पशु चिकित्सालय के डॉक्टर बालेंद्र सिंह को दिया गया था हालांकि अब विभाग ने इस अस्पताल की जिम्मेदारी डॉक्टर अखिलेश को दी है। लेकिन बच्चे अक्सर गायब रहते हैं।और अस्पताल की व्यवस्था संचालन की जिम्मेदारी फार्मासिस्ट के ऊपर रहती है। सूत्रों की माने तो चिकित्सक के साथ अन्य कर्मचारी भी नदारद थे मंगलवार को नगर के मोहल्ला आलमपुर बाईपास निवासी पशुपालक चरण सिंह डॉक्टर का इंतजार कर रहे थे इस दौरान उन्होंने बताया कि वह काफी देर से बैठे-बैठे इंतजार कर रहे थे लेकिन कोई डॉक्टर नहीं आया है।जबकि पशु चिकित्सालय का खुलने का समय 9:30 है वही फार्मर लिस्ट महेंद्र पाल सिंह ने बताया कि वह निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए थे इसलिए अस्पताल पर समय से नहीं पहुंच सके सूत्रों की माने तो यहां पर देना चिकित्सक अखिलेश सचिन हफ्ते में आते हैंमोहल्ला के पशुपालक बृजेंद्र सिंह गोविंद यादव लोकेंद्र सिंह मंगल यादव धर्मेंद्र यादव लोगों ने बताया कि इस पशु चिकित्सालय में अपने जानवरों की कभी भी लेकरआ गया लेकिन उचित इलाज नहीं मिल पाता क्योंकि यहां पर तैनात चिकित्सक हफ्ते में एक या दो बार आते हैं और यहां की व्यवस्था फार्मा लिस्ट और चतुर्थ श्रेणी के हवाले है जिससे पशु पाल को भारी परेशानी है का सामना करना पड़ता है।डॉ अखिलेश कुमार के अनुसार वहां ज्यादातर समय अस्पताल में ही रहते हैं हालांकि मंगलवार को वह मौजूद नहीं थे और पशुपालक परेशान है
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