अधर्म के नाश के लिए भगवान हर युग में अवतार लेकर दुष्टों का नाश करते हैं - पंडित प्रदीप तिवारी

व्यूरो के के श्रीवास्तव जालौन
उरई ( जालौन )जब कंस देवकी को विदाई करने जा रहा था। आकाशवाणी में उसे बताया गया कि देवकी के आठवें पुत्र से तुम्हारी मृत्यु होगी। कंस ने अपनी बहन और बहनोई को जेल में डाल दिया। भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष में भगवान कृष्ण ने अवतार लिया है। उसके बाद वासुदेव कृष्ण को नंद और यशोदा के यहां पहुचा दिया। गोकुल में नंद बाबा के यहां बधाई होने लगी। इसके पूर्व ग्राम पिपरायां स्थित बड़ी माता मंदिर एवं श्री हनुमान जी के स्थान पर भागवत कथा कहते हुए उन्होंने गज और ग्राह की कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान भक्त का उद्धार करने के लिए दौड़े चले आते हैं। भजन कीर्तन से ही भगवद्भक्ति प्राप्ति होती है। बावन भगवान के प्रसंग में भागवताचार्य पंडित प्रदीप तिवारी ने बताया कि तीनों लोकों में राजा बालि से बड़ा कोई दानी नहीं था। भगवान बावन ने बालि से तीन पग भूमि दान करने के लिए कहा। राजा बालि ने भगवान को अपना सर्वस्व दान कर दिया।
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