अंधविश्वास को दूर करने में विज्ञान सशक्त माध्यम, ऐसे आयोजनों से बच्चे बनेंगे जिज्ञासु - बीएसए
अमित गुप्ता
उरई जालौन
उरई (जालौन)। राजकीय इंटर कॉलेज में एक दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी एवं मेले का आयोजन किया गया। अगस्त्य इंटरनेशनल फाउंडेशन की ओर से हुंडई मोटर्स इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस विज्ञान मेेले में जीआईसी के छात्र-छात्राओं ने विज्ञान संबंधी मॉडल का प्रदर्शन कर विज्ञान के विभिन्न कांसेप्ट (अवधारणा) के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रप्रकाश ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से बच्चों में जिज्ञासा बढ़ती है और उन्हें कुछ नया सीखने को मिलता है। साथ ही कई प्रकार के अंधविश्वास भी दूर होते है। जिले के परिषदीय स्कूलों में विद्या वाहिनी (मोबाइल साइंस लैब) के माध्यम से बच्चों की जिज्ञासाओं को शांत करने के अलावा उनकी रचनात्मक को बढ़ावा देने का काम किया जाएगा। जीआईसी डकोर के प्रधानाचार्य एवं प्रभारी डीआईओएस सुनील कुमार ने कहा कि विज्ञान मेले में जिन उपकरणों का प्रदर्शन किया है। वह जिज्ञासा को बढ़ाने वाला है। इससे बच्चोंं का आत्मविश्वास बढ़ेगा और उन्हें आगे जीवन में इसका लाभ भी मिलेगा। माध्यमिक शिक्षा की समग्र शिक्षा की समन्वयक व्यंजना सिंह ने कहा कि ऐसे मेलों के आयोजन से बच्चे नया सीखते हैं। जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता श्यामजी गुप्ता ने कहा कि ऐसे आयोजनों से बच्चे विज्ञान के बारे में अच्छी तरह से सीख जीते है। अगस्त्य फाउंडेशन के प्रतिनिधि विनय चतुर्वेदी ने कहा कि इस तरह के आयोजन से बच्चों में जिज्ञासा, रचनात्मकता और आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद मिलती है। आगे भी इस तरह के आयोजन जिले में किए जाएंगे। साथ ही शिक्षण प्रशिक्षण के द्वारा शिक्षकों को भी विभिन्न प्रकार के टीएलएम (टीचर लर्निंग मैटेरियल) द्वारा विज्ञान को सिखाने में मदद की जाएगी। इस दौरान जीआईसी के प्रधानाचार्य जितेंद्र सिंह, जिला समन्वयक प्रशिक्षण विश्वनाथ दुबे, नितेंद्र सिंह, अनुरुद्ध निरंजन, कन्हैया मीणा, हिमांशु तिवारी, महेंद्र सिंह, अनुराग दीक्षित आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व प्रभारी डीआईओएस ने विद्या वाहिनी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
What's Your Reaction?