असुरों का उद्धार किया, गोवर्द्घन धारण कर इंद्र का अभिमान चूर किया भगवान ने
कोंच (जालौन) मुहल्ला मालवीय नगर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में कथा व्यास पं. आचार्य रामानंद जी महाराज डंडी स्वामी आश्रम औरैया ने बताया कि भगवान की बाल लीलाओं से गोकुल वासियों को परमानंद की अनुभूति हो रही है भगवान कृष्ण ने कंस द्वारा भेजे गए तमाम असुरों का उद्धार किया उन्होंने माखन चोरी आदि लीलाओं का बड़ा ही सुंदर वर्णन किया
श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ में कथा प्रवक्ता ने कालिया मान मर्दन की कथा सुनाते हुए कहा कालिया नाग के बिष के प्रभाव से यमुना का जल विषाक्त हो गया जिससे ब्रज के प्राणी व्याकुल हो उठे कंदुक क्रीड़ा के मध्य कृष्ण ने यमुना में कूद कर कालिया का मान मर्दन किया महारास गोचारण आदि लीलाओं के बीच उन्होंनेे भगवान कृष्ण के गोवर्द्घन धारण का प्रसंग सुनाते हुए बताया सभी ब्रजवासी इंद्र के पूजन कि तैयारी कर रहे थे तभी भगवान कृष्ण ने इंद्र की पूजा स्थगित करवा कर गोवर्धन की पूजा ब्रजवासियों से करवाई और उनको छप्पन भोग समर्पित किए गोवर्धन भगवान की सात कोस की परिक्रमा करने के बाद ब्रजवासियों ने गोवर्धन भगवान का जयघोष किया तो कुपित हुए इंद्र ने मेघों को बुलाकर ब्रज को मूसलाधार बारिश करके नष्ट करने का आदेश दिया जब मूसलाधार बारिश होने लगी तो कृष्ण ने कनिष्का पर गोवर्धन धारण करके सभी ब्रजवासियों की रक्षा की वह अपने बाएं हाथ की कनिष्ठिका पर सात दिन तक गोवर्द्घन धारण किए रहे जब इंद्र को सात दिन बाद पता लगा कि ब्रज में तो धूल उड़ रही है तब वह भगवान कृष्ण की शरण में आया और उनसे क्षमा मांगी तथा सुरभि गाय के दूध से भगवान का अभिषेक किया अंत में कथा परीक्षित श्रीमती मीरा देवी रमेश प्रसाद पचौरी ने भागवत जी की आरती उतारी और प्रसाद वितरित किया गया इस दौरान श्रीमती नीलमणि सुरेश पचौरी दीपिका मनीष पचौरी ममता सुनील दुबे सौम्या शिवम रोशनी अभिषेक कमलेश राजेश पचौरी आनंद दुबे सहित सैकड़ों भगवत प्रेमी मौजूद रहे।
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