जायघा को जगम्मनपुर से जोड़ने वाले मार्ग को बनवाने की पुनः उठी माँग

Jun 12, 2025 - 17:57
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जायघा को जगम्मनपुर से जोड़ने वाले मार्ग को बनवाने की  पुनः उठी माँग

जगम्मनपुर, जालौन । पांच नदियों के संगम क्षेत्र पंचनद के समीपवर्ती 5 हजार से अधिक आबादी वाले ग्राम जायघा को संभावित बाढ़ आपदा से बचाने के लिए जायघा जगम्मनपुर मार्ग को बनवाए जाने की मांग पुनः उठने लगी है ।

पंचनद क्षेत्र में पहूज नदी के तट पर 5 हजार से भी अधिक आबादी वाला ग्राम जायघा एवं ग्राम कर्रा वर्षा ऋतु के समय नदियों में आने वाली बाढ़ के दौरान चारों तरफ पानी से घिर जाता है । गांव गलियों में बाढ़ का पानी हिलोरें लेने लगता है ,ऐसी स्थिति में दोनों गांव के लोग इस बाढ़ के पानी में घिर कर अपने जीवन, पशुधन, मकान एवं अन्य संपदा की रक्षा के लिए छटपटाने के अतिरिक्त कुछ नहीं कर पाते। प्रतिवर्ष इस आपदा का सामना करने के कारण दोनों गांव के निवासियों ने जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन से बार-बार अनुरोध कर संकट से मुक्ति दिलाने के एकमात्र उपाय जायघा से जगम्मनपुर के कच्चे मार्ग को पक्का बनवाने की मांग की है । ज्ञात हो कि जायघा से जगम्मनपुर के 6 किलोमीटर लंबे इस मार्ग को बनवाने की मांग करते हुए लोकसभा चुनाव में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार भी किया था लेकिन इसका परिणाम भी टांय-टांय फिस्स रहा। ग्रामीणों का मानना है कि ग्राम जायघा का जगम्मनपुर महत्वपूर्ण बाजार है इस गांव के शत प्रतिशत निवासी जगम्मनपुर बाजार में ही इलाज कराने जाते हैं यदि यह रास्ता पक्का बन जाए तो वर्षा ऋतु में बाढ़ के दौरान ग्रामीण को विपत्ति का सामना नहीं करना पड़ेगा।

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ग्राम जायघा निवासी शिवकुमार सिंह राजावत का मानना है कि जायघा जगम्मनपुर मार्ग बन जाने से ग्राम जायघा कर्रा के अतिरिक्त ग्राम विलौड़, हुकुमपुरा, जखेता, सुल्तानपुरा के लोगों को भी राहत मिलेगी । जनहित में इस मार्ग को बनाया जाना नितांत आवश्यक है।

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जायघा को जगम्मनपुर से जोड़ने वाले मार्ग को बनवाने की मांग पुनः उठी 

क्षेत्रीय समाजसेवी छत्रपाल सिंह सेंगर मानपुरा ने कहा कि वर्षा काल में जब सभी रास्ते बंद हो जाते हैं तब जायघा से जगम्मनपुर आने वाला कच्चा रास्ता ही खुला रह जाता है, लेकिन रास्ते में एक दो जगह पानी का भराव होने से इस रास्ते पर भी आवागमन असंभव हो जाता है। यदि जगम्मनपुर से जायघा का रास्ता पक्का बन जाए तो बड़ी समस्या का समाधान हो जाएगा।

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समाजसेवी युवा नेता एवं व्यवसायी सागर सोनी कहते हैं कि जगम्मनपुर से जायघा की दूरी मात्र मात्र 6 किलोमीटर है लेकिन अभी जायघा से जगम्मनपुर आने के लिए 11 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है । वर्षा ऋतु में ग्राम मई से होते हुए जायघा जाने का एकमात्र मार्ग बंद हो जाता है जिससे ग्राम कर्रा एवं जायघा के लोगों के जीवन में दुश्वारियां बढ़ जाती हैं । अतः जगम्मनपुर जायघा पक्का मार्ग बनवाया जाना बहुत आवश्यक है।

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पूर्व विधायक राजा राजेंद्र शाह के प्रमुख सलाहकार व मुख्तियार रहे हाजी शब्बीरअली बताते हैं कि जायघा के लोगों का जगम्मनपुर गांव से बहुत पुराना सामाजिक एवं व्यापारिक रिश्ता है । ग्राम जायघा के लोग सदैव से जगम्मनपुर बाजार से ही खरीद फरोख्त करते थे एवं युवा जगम्मनपुर इंटर कॉलेज से ही शिक्षा ग्रहण करते थे। पहले यह कच्चा रास्ता बहुत अच्छा था लेकिन अब यह रास्ता ऊबड़-खाबड़ हो गया है। जनहित में इस रास्ते को बनवाया जाना अति आवश्यक है।

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