बिजली विभाग पर मनमानी का आरोप: बाढ़ पीड़ितों के घरों के ऊपर से खींची बिधुत लाइन

कोंच (जालौन) बिजली विभाग के कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगे हैं बालाप्रसाद व वाल किशुन और हर प्रसाद पुत्रगण रामेश्वर निवासीगण मुहल्ला गोखले नगर ने दिन मंगलवार को उपजिलाधिकारी ज्योति सिंह को शिकायती पत्र देकर बताया कि बिजली विभाग के कर्मचारी मनमानी कर रहे हैं और बिना अनुमति व सूचना के उनके बाढ़ प्रभावित मकानों के ऊपर से बिजली की लाइन खींच दी गयी हैं।
शिकायतकर्ताओं के मुताबिक, उनकी आराजी नंबर 1475 पर उनके पुराने मकान थे जो बाढ़ में ढह गए थे इसी जगह पर एक कुआं भी है जिसका इस्तेमाल ग्रामीण करते हैं उन्होंने आरोप लगाया है कि गब्बर पुत्र रामदेव रसगुल्ली पुत्र रामदेव और सरमन पुत्र रामदेव, जो बिजली विभाग में काम करते हैं और रंजिशन बगैर स्टीमेट स्वीकृत के रात के अंधेरे में बिना बताए खंभे गाड़ दिए गए
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि वे गरीब हैं और रिश्वत नहीं दे सकते उन्होंने बिजली कर्मियों से खेतों की मेड़ों के बीच से खंभे लगाने का अनुरोध किया था लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई जब वह एक शादी से लौटे और इस बारे में बात की तो बिजलीकर्मी झगड़ा करने पर उतारू हो गए।
शिकायत में मांग की गई है कि बिजली अधिनियम के तहत मौजूदा खंभों और लाइन को हटाकर खेतों की मेड़ों से लगाया जाए उन्होंने सुझाव दिया कि गब्बर और उनके साथियों के खेत से लगी जमीन पर भी खंभे लगाए जा सकते हैं और जो आबादी बाढ़ में गिरी थी उसी के ऊपर से अभी लाइन निकाली गई है जिसे हटाकर बिजलीकर्मी गब्बर आदि के खेत और प्रार्थी के खेत की मेड़ पर खंभे गाड़ें साथ ही, गाटा संख्या 1475 और 1474 की मेड़ पर भी बिजली के खंभे लगाने की बात कही गई है।
प्रार्थीगणों ने लेखपाल से गाटा संख्या 1475 की नाप कराने का भी आग्रह किया है, जिसके लिए बिजली विभाग भी सहमत है अब देखना होगा कि इस मामले में उपजिलाधिकारी क्या कार्रवाई करती हैं।
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